दिल्ली के त्रिलोकपुरी में जब दंगा भड़का तो दंगाइयों को अपनी बहादुरी से एक किन्नर ने रोका. इनका नाम लैला शाह है और ये त्रिलोकपुरी दंगों की हीरो भी हैं.
त्रिलोकपुरी के ब्लॉक 35 में रहने वाली लैला 24 अक्टूबर (दंगा भड़कने वाले दिन) को अपनी छत पर थी. लैला का कहना है कि शोर सुनकर सभी लोग घर से बाहर तो निकले लेकिन माहौल बिगड़ता देख उल्टे पांव अपने घरों में वापस खिसक लिए. सड़क पर पथराव हो रहा था. लेकिन उस समय पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात काबू में कर लिया और पथराव बंद हो गया.
लेकिन 25 अक्टूबर को याद कर लैला सिहर उठती हैं. लैला के मुताबिक उस दिन लोग बेकाबू हो रहे थे. हर तरफ से ईंट, पत्थर और शीशे की बोतलें चल रही थीं. लोग ब्लॉक 35 में भी घुसने की कोशिश कर रहे थे लेकिन लैला ने अपने लोगों के साथ मिलकर इस ब्लॉक में किसी को नहीं आने दिया.
इतना ही नहीं जब पुलिस आई और उपद्रवी वहां से भागे तो लैला ने सड़क पर बिखरे तमाम ईंट और शीशे की बोतलें यहां से साफ कर दी जिससे किसी को ये न लगे कि यहां पथराव हुआ था और लोग डरें.
लैला का कहना है कि उस दिन जो घबराहट लोगों के चेहरे पर दिख रही थी वैसी घबराहट कभी नहीं देखी, लेकिन अब हालात काबू में है, चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है. 70 से ज्यादा उपद्रवी गिरफ्तार हो चुके हैं. इस इलाके के तमाम बदमाशों की तलाश में पुलिस जुटी है हुई है, जिन्होंने यहां का माहौल खराब किया था.