हांगकांग में बसे भारतीय मूल के व्यापारी अमित अग्रवाल ने अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (AAP) को 50 लाख रुपये का डोनेशन दिया है. उनका कहना है, 'हम जिस बदलाव की उम्मीद कर रहे हैं AAP उसी को लाने की कोशिश कर रही है. इसलिए मैं उनकी मदद के लिए आगे आया हूं.'
नौवीं क्लास में पढ़ने वाली निधि पिछले दो सालों से पिगी बैंक में अपनी पॉकेट मनी जमा कर रही थीं, लेकिन उन्होंने अपनी सारी बचत AAP को दान में दे दी. उन्होंने अरविंद केजरीवाल की रैली में यह कहते हुए एक छोटा सा भाषण दिया था कि 'केजरीवाल की लड़ाई सबकी लड़ाई है'. निधि भ्रष्टाचारमुक्त भारत देखना चाहती हैं.
AAP की विचारधारा से प्रभावित 87 वर्षीय केसी मेहिंद्रो ने अपने एक महीने की पेंशन पार्टी को दे दी.
राजधानी दिल्ली में रिक्शा चलाने वाले रवि दास भी इस मुहिम का हिस्सा बनना चाहते थे इसलिए उन्होंने अपनी 10 रुपये की बचत दान कर दी.
अरविंद केजरीवाल की पार्टी को दान देने वालों की सूची काफी लंबी है. आप के पास 45,000 दानकर्ता हैं, जिनमें सियाचिन के सैनिकों से लेकर अमेरिका के बिजनेसमेन तक शामिल हैं.
AAP के खाते में 11.5 करोड़
समाजसेवी से राजनेता बने अरविंद केजरीवाल ने पिछले साल नवंबर में जब राजनीति में कदम रखा तो उन्हें पता था कि आगे की राजनीतिक लड़ाई के लिए उन्हें पैसों की जरूरत पड़ेगी. केजरीवाल राजधानी में जन सभाओं का आयोजन कर लोगों से उन्हें सहयोग देनें और पार्टी के लिए दान की अपील करते थे. उनके मुताबिक, 'इस अभियान के लिए मुझे आपके वक्त और पैसों की जरूरत है क्योंकि हम सभी एक ही मकसद के लिए काम कर रहे हैं. ज्यादातर राजनीतिक दलों को बड़े-बड़े कॉर्पोरेट घरानें किसी चीज के बदले पैसा देते हैं, लेकिन AAP में ऐसा नहीं होगा. इस पार्टी को देश का आम आदमी और आम औरत फंड देगी.'
केजरीवाल की बातों का असर भी हुआ. लोगों ने अपनी बचत AAP के एकाउंट में डालनी शुरू कर दी और अब यह रकम 11.5 करोड़ की हो गई है. मेल टुडे ने दानकर्ताओं की लिस्ट देखी, जिसमें ज्यादातर लोगों ने 500 रुपये दान किए हैं. ये सभी आम लोग हैं जो सरकार को टैक्स देते हैं.
हर वर्ग के लोग दे रहे दान
AAP के एक कार्यकर्ता के मुताबिक, 'देश के अलग-अलग हिस्सों से लोग दान कर रहे हैं, जिनमें ऑटो ड्राइवर, रिक्शा चालक, मजदूर और छोटे व्यापारी भी शामिल हैं. इनमें से ज्यादातर लोगों ने 500 या उससे ज्यादा रुपये दान में दिए हैं, वहीं 200 से ज्यादा लोग ऐसे हैं जिन्होंने 50,000 रुपये दिए हैं.'
कई लोगों ने ऑनलाइन पैसे दिए. इसके अलावा जन सभाओं के दौरान भी लोगों के पास जो कुछ होता है वो उसे दान कर देते हैं. कार्यकर्ता ने कहा, 'ऐसे कई उदाहरण हैं जब लोगों ने अपने पर्स में मौजूद जितने भी पैसे थे AAP को दान कर दिए.'
लोगों के सहयोग के लिए उनका आभार जताते हुए केजरीवाल कहते हैं, 'अमित की तरह हजारों समर्थक AAP की मदद के लिए आगे आ रहे हैं. हमने अकेले नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से डोर-टू-डोर अभियान के तहत चार लाख रुपये जुटाए हैं.'
स्टैंड तो लेना होगा
राज्य सभा सांसद और बिजनेसमैन राजीव चंद्रशेखर ने हाल ही में जब AAP को पांच लाख रुपये दान किए तो कई लोगों ने आंखें तरेर ली. दान करने के बाद उन्होंने फेसबुक पर एक पोस्ट में लिखा, 'मैंने आम आदमी पार्टी को उनके दिल्ली अभियान के लिए पहली आर्थिक मदद के रूप में 5 लाख रुपये दान किए हैं. दिल्ली चुनाव में उनका प्रदर्शन उन सभी लोगों के लिए जरूरी है जो शासन के 'असली मुद्दों' और लोगों की सेवा करने वाली राजनीति की कद्र करते हैं. जो भी कुछ भी हो रहा है अब उस पर मूक दर्शक बनकर नहीं बैठा जा सकता! स्टैंड लेना होगा!'
कांग्रेस-बीजेपी का डोनेशन हजारों करोड़
कांग्रेस और बीजेपी जैसी दूसरी बड़ी पार्टियों को मिलने वाले डोनेशन में पारदर्शिता की कमी से होने वाले नुकसान के बारे में केजरीवाल अकसर बात करते रहते हैं. केजरीवाल का कहना है, 'कांग्रेस को करीब 2,008 करोड़ और बीजेपी 995 करोड़ का डोनेशन मिलता है. क्या वे अपने सभी दानकर्ताओं की सूची छाप सकते हैं.'
AAP कार्यकर्ताओं का कहना है कि उनकी पार्टी अपने सारे डोनेशन को उजागर करती है, फिर चाहे वह 1 रुपये का ही दान क्यों ना हो. वे कहते हैं, 'हमने केजरीवाल के निर्देशों के मुताबिक अपना सिस्टम पूरी तरह से पारदर्शी बनाया हुआ है. सारी डिटेल्स ऑनलाइन हैं.'
उन्होंने कहा, 'और तो और हमारे दानकर्ताओं की सूची रियल टाइम अपडेट होती है. यानी कि जैसे ही कोई ऑनलइान दान करता है वैसे ही कुछ ही मिनट में उसका नाम सूची में शामिल हो जाता है.'