हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली हार के बाद AAP आदमी पार्टी ने दिल्ली चुनाव के लिए बड़ा ऐलान किया है. AAP की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा,'हम दिल्ली (विधानसभा) चुनाव अकेले लड़ेंगे. एक तरफ ओवर कॉन्फिडेंट कांग्रेस है तो दूसरी तरफ अहंकारी भाजपा है. हमने पिछले 10 सालों में दिल्ली में जो किया है, उसके आधार पर हम चुनाव लड़ेंगे.'
बता दें कि हरियाणा चुनाव से पहले भी यह कयास लगाए जाते रहे कि राज्य में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) मिलकर चुनाव लड़ सकते हैं, लेकिन अंत में दोनों पार्टियों ने अलग-अलग चुनाव लड़ा. बताया गया कि दोनों पार्टियों में सीट शेयरिंग को लेकर सहमति नहीं बन सकी और इसका नतीजा यह हुआ कि हरियाणा में बीजेपी ने तीसरी बार चुनाव जीतने में कामयाब रही.
'साझेदारों को शामिल करना चाहिये था'
हरियाणा के नतीजों को देखते हुये ही अब आम आदमी पार्टी (AAP) सहित कई विपक्षी दल कांग्रेस पर निशाना साध रहे हैं. हाल ही में हरियाणा के नतीजों पर संजय राऊत का भी बयान आया था. उन्होंने कहा था कि हरियाणा में कांग्रेस ओवर कॉन्फिडेंट हो गई थी. कांग्रेस को गठबंधन साझेदारों को शामिल करना चाहिए था. बीजेपी ने बेहतरीन चुनाव लड़ा और हारी हुई बाजी जीत ली. कश्मीर में इसलिए जीते क्योंकि वहां INDIA गठबंधन ने मिलकर चुनाव लड़ा.
हरियाणा में BJP को मिलीं 48 सीटें
संजय राउत ने कहा कि हरियाणा हारे क्योंकि कांग्रेस को लगता था कि हमें कोई नहीं चाहिए, हम तो खुद ही ताकतवर हैं और जीत जाएंगे. बता दें कि हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों में से 48 पर बीजेपी ने अपना कब्जा जमाया और तीसरी बार सत्ता बचाई. जबकि कांग्रेस को 37 सीटें ही मिलीं. राज्य में बहुमत का आंकड़ा 46 था.