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आम आदमी पार्टी के विधायकों ने लगाया एमसीडी पर काम ना करने का आरोप

सौरभ ने कहा कि विधायक क्षेत्र में विकास कार्य के लिए दिल्ली सरकार अपने विभागों से कहे, जिसमें एमसीडी से एनओसी(नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) लेना होता है या फिर इलाके में विकास कार्य के लिए विधायक फंड सीधे एमसीडी को दे दिया जाए.

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आप विधायकों के एमसीडी पर आरोप
आप विधायकों के एमसीडी पर आरोप

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आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार लगातार बड़े-बड़े विज्ञापनों के जरिये अपने काम का प्रचार करती है, लेकिन पार्टी विधायक कह रहे है कि दिल्ली में पिछले डेढ़ साल में सड़क, नाली, औफ पार्कों का विकास रुक गया है.

दिल्ली के ग्रेटर कैलाश से विधायक सौरभ भारद्वाज हवा में कागज लहराते हुए एमसीडी पर आरोप लगा रहे हैं कि विधायक फंड देने के बावजूद एमसीडी ने कई इलाकों में पिछले डेढ़ साल से काम नहीं करवाया है. जैसे पार्कों में ओपन जिम, झूले, सड़क बनाना, डार्क स्पॉट पे लाइट लगवाना. सौरभ के मुताबिक विधायक फंड को इस्तेमाल करने के 2 तरीके हैं और ज़रूरत के मुताबिक दोनों में से एक तरीका अपना लिया जाता है.

सौरभ ने कहा कि विधायक क्षेत्र में विकास कार्य के लिए दिल्ली सरकार अपने विभागों से कहे, जिसमें एमसीडी से एनओसी(नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) लेना होता है या फिर इलाके में विकास कार्य के लिए विधायक फंड सीधे एमसीडी को दे दिया जाए.

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एमसीडी कमिश्नर ने नहीं दी जानकारी
आम आदमी पार्टी का दावा है कि जब एमसीडी ने फंड लेने के बावजूद काम नहीं किया तो डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने एमसीडी के तमाम कमिश्नर की बैठक बुलाई लेकिन कमिश्नर ने कोई भी जानकारी देने से मना कर दिया. इसके बाद विधायक ने जानकारी विधानसभा सदन में रखी और मामले को विधानसभा की Question & Reference कमेटी को सौंप दिया गया. विधायक की मानें तो एमसीडी के तमाम मेयर ने काम न होने और फंड इस्तेमाल की गलत जानकारी सदन के सामने रखी. आम आदमी पार्टी का आरोप है कि एमसीडी ने एक ऐसा प्रस्ताव पास किया जिसमें विधायक फंड से काम न होने देने और एनओसी न देने की बात लिखी है.

रुका है 1 करोड़ का नाम
जंगपुरा से आम आदमी पार्टी के विधायक प्रवीण कुमार ने आरोप लगाया कि एमसीडी को कई लेटर लिखने के बाद भी जबाव नहीं मिलता है. उनके विधानसभा क्षेत्र के भोगल इलाके में 5 जगह सड़क बननी थी लेकिन एमसीडी से एनओसी न मिलने की वजह से 1 करोड़ का काम रुक गया और सारा फंड विधायक फंड में वापिस भेज दिया गया. प्रवीण के मुताबिक एनओसी न मिलने की वजह कांग्रेस और बीजेपी पार्षदों की मिलीभगत है. फ़िलहाल सभी विधायक अपने इलाके की RWA को चिट्ठी लिखकर एमसीडी के गलत रवैये की जानकारी देंगे की आखिर उनके इलाके में सड़क, नाली न बनने की वजह क्या है.

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इसके अलावा गलत रिपोर्ट देने के लिए एमसीडी के तमाम मेयर, कमिश्नर और एमसीडी का निर्माण कार्य करने वाले इंजीनियर्स को विधानसभा की Question & Reference कमेटी ने नोटिस भेजकर कमेटी के सामने पेश होने कहा है. इस कड़ी में पहला नंबर साउथ एमसीडी का होगा जिन्हें मंगलवार को 3 बजे विधानसभा में पेश होना है.

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