आम आदमी पार्टी ने दिल्ली नगर निगम के चुनाव टालने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई याचिका को वापस ले लिया है. AAP ने याचिका में एमसीडी चुनाव टालने के राज्य चुनाव आयोग के जल्दबाजी के फैसले पर सवाल उठाया था. राजनीतिक दल की ओर से कहा गया था कि आयोग ने केवल केंद्र से अनऑफिशियल कम्युनिकेशन के आधार पर चुनाव टाल दिए.
आम आदमी पार्टी की ओर से सीजेआई की बेंच से कहा कि अब एमसीडी चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है, इसलिए ये याचिका निष्प्रभावी हो गई है. इसके बाद सीजेआई ने कहा कि हम याचिका को वापस लेने की इजाजत देते हैं.
मार्च में आप ने दायर की थी याचिका
दिल्ली नगर निगम चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी की ओर से मार्च 2022 में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी. AAP ने गुजारिश की थी कि तय वक्त पर MCD चुनाव कराए जाएं. दरअसल आयोग ने बीते दिनों MCD elections की तारीखों का ऐलान टाल दिया था. इसके पीछे केंद्र सरकार के पत्र को वजह बताया गया था. इसमें कहा गया था कि केंद्र सरकार तीनों MCD को एक करना चाहती है. उसके बाद केंद्र ने दिल्ली के तीनों निगमों को मिलाकर एक कर दिया है.
एमसीडी पुनर्गठन का असर न पड़े: AAP
सुप्रीम कोर्ट में AAP ने कहा है कि चुनावों को तय वक्त पर कराया जाना चाहिए और चुनाव का शेड्यूल केंद्र से हुई बातचीत की वजह से टाला नहीं जाना चाहिए. AAP ने कहा कि केंद्र सरकार ने जो तीनों MCD को एक करने की संभावना पर अनौपचारिक बातचीत की है उसका असर चुनावी शेड्यूल पर नहीं पड़ना चाहिए.
केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर साधा था निशाना
दिल्ली में केंद्र सरकार के हस्तक्षेप के बाद एमसीडी चुनाव कार्यक्रम टलने पर अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा था कि बीजेपी भाग गई. एमसीडी चुनाव टाल दिया. बीजेपी ने हार मान ली. दिल्लीवाले गुस्से में हैं. वे कह रहे हैं कि इनकी हिम्मत कि चुनाव ना कराएं? अब इनकी जमानत जब्त कराएंगे. उन्होंने दावा करते हुए आगे लिखा कि हमारे सर्वे में अभी 272 में 250 सीटें आ रही थीं, लेकिन अब 260 से ज्यादा सीटें आ जाएंगी.