दिल्ली शहर में बीते कई दिनों से आम आदमी सेना स्कूलों के बाहर शराब के ठेके बंद करवाने की मुहिम छेड़े हुए है. गुडगांव के प्रद्युमन हत्याकांड के बाद से आम आदमी सेना ने अपनी इस मुहिम को काफी तेजी से चला रही है. इस बाबत आम आदमी सेना और दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने मिलकर मयूर विहार स्थित एक शराब की दुकान को बंद भी करवाया था, मगर अब तक दिल्ली सरकार के द्वारा कोई ठोस कार्यवाही स्कूलों के बाहर चल रहे ठेकों पर नहीं की गई है.
बुधवार को दिल्ली सचिवालय से महज एक किलोमीटर दूर दिल्ली के सबसे व्यस्त ITO चौक पर आम आदमी सेना ने 30 फीट लंबा एक पोस्टर फहराया, जिस पर लिखा था कि दिल्ली सरकार शराब माफिया से मिलकर करप्शन फैला रही है. साथ ही प्रद्युम्न हत्याकांड का जिक्र करते हुए लिखा गया कि प्रद्युम्न हत्याकांड से सबक लेते हुए अब तक सरकार ने क्यों नहीं स्कूलों के बाहर चल रहे शराब के ठेके बन्द कराये हैं.
पोस्टर में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पानी पीते हुए एक तस्वीर भी लगाई गई. आम आदमी सेना के अध्यक्ष प्रभात कुमार ने कहा कि यदि दिल्ली सरकार जल्द ही स्कूलों के बाहर चल रहे शराब के ठेकों को बंद नहीं कराती है, तो राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अब बड़ा आंदोलन होगा.
प्रभात कुमार ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने शराब माफिया से लाइसेंस बंटवारे में मुनाफा खाया है. इसलिए सरकार उनका लाइसेंस रद्द करने में हिचकिचा रही है. मालूम हो कि इससे पहले भी आम आदमी सेना के अध्यक्ष प्रभात कुमार ने दिल्ली शहर में सरकारी स्कूलों के बाहर चल रहे शराब के ठेकों को आग के हवाले करने की धमकी दी थी.