दिल्ली में महिला सुरक्षा को लेकर आम आदमी सेना की महिला विंग ने शनिवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर का घेराव किया. वहीं, दूसरी तरफ उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वाले शिक्षकों की नाराजगी झेलनी पड़ी.
सीएम केजरीवाल के घर का घेराव कर हंगामा करने वाली महिलाओं ने दिल्ली सरकार और अरविंद केजरीवाल के खिलाफ 'मुर्दाबाद' के नारे लगाए. प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली में महिला सुरक्षा के वादे को पूरा करने की मांग की. उन्होंने आरोप लगाया, 'चुनाव के दौरान केजरीवाल ने वादा किया था कि संवेदनशील जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. साथ की AAP के मेनिफेस्टो में डीटीसी बसों में मार्शल और कमांडो की तैनाती का वादा भी किया गया था. इनमें से कोई वादा अभी तक पूरा नहीं किया गया है.'
हंगामे को बढ़ता देख पुलिसकर्मियों को सीएम हाउस के बाहर तैनात कर दिया गया. घर के आस पास बैरिकेडिंग भी कर दी गई है.
दूसरी तरफ दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया को भी विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ा. गेस्ट टीचरों ने मनीष सिसोदिया से सालाना कॉन्ट्रैक्ट रिन्यू करने की मांग की. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि सिसोदिया जब उनसे मिलने आए तो उन्होंने सवाल किया, 'आपने वोट किसे दिया था.'
सिसोदिया के इस बर्ताव के बाद प्रदर्शनकारियों का गुस्सा बढ़ दया. पुलिसकर्मियों ने बामुश्किल सिसोदिया को गाड़ी के अंदर पहुंचाया. इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने मनीष सिसोदिया की गाड़ी का भी घेराव करते हुए 'वी वॉन्ट जस्टिस' के नारे लगाए. इस बीच पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर बितर कर मनीष सिसोदिया की गाड़ी का रास्ता साफ कराया.
प्रदर्शन के बीच मनीष सिसोदिया मीडिया के सवालों के जवाब दिए बिना ही चले गए. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वो इस बात से बेहद दुखी हैं कि जब मनीष सिसोदिया उनसे बात करने आए तो उन्होंने पूछ लिया कि 'आपने वोट किसे दिया था.'
गौरतलब है कि शुक्रवार को सीएम केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से दिल्ली के संवेदनशील जगहों की जानकारी मांगी है जहां सीसीटीवी कैमरे लगाने की जरूरत है.