दिल्ली सरकार ने आम आदमी एक्सप्रेस बस सेवा शुरु की, लेकिन विपक्ष ने इसमें सवार होने से इनकार कर दिया. दिल्ली सरकार का दावा है कि ये बस सेवा उन लोगों के लिए फायदे वाली होगी, जो जल्दी पहुंचना चाहते हैं और बिना रुके उन्हें अपने गंतव्य तक पहुंचाएगी. लेकिन बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने ही न सिर्फ इस आम आदमी बायपास एक्सप्रेस बस को लाल झंडी दिखा दी है, बल्कि इस बस सेवा के नाम पर लोगों से धोखा करने का भी आरोप लगाया है.
दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन के मुताबिक ये बस सेवा केजरीवाल सरकार की नाकामी की निशानी है, क्योंकि जब दिल्ली में कांग्रेस ने सत्ता छोड़ी थी, तब डीटीसी के बेडे में साढे पांच हज़ार बसें थीं, लेकिन अब डेढ़ साल बाद डीटीसी के पास चार हज़ार बसें बची हैं, जो लोगों को सफर के लिए मुहैया होती हैं. सरकार ने बसें बढ़ाने के बजाए कम कर दीं यहीं नहीं रोज़ाना लगभग एक हज़ार बस किसी न किसी खराबी का शिकार होकर मुसाफिरों से दूर हो जाती हैं, ऐसे में आम आदमी बस सेवा के नाम पर नियमित रूट की बसों को और कम कर दिया गया है.
माकन के मुताबिक दिल्ली सरकार सिर्फ राजनीतिक लाभ लेने के लिए अलग अलग नाम से बसें चला रही है, जबकि एक भी नई बस सरकार नहीं खरीद पाई है और इसका खामियाजा लोग भुगत रहे हैं. बीजेपी ने भी आम आदमी बायपास एक्सप्रेस की शुरुआत पर केजरीवाल सरकार को घेरने में देर नहीं की। बीजेपी के राष्ट्रीय मंत्री आर पी सिंह ने तो चुटकी ली और कहा कि आम आदमी बायपास एक्सप्रेस चलाकर केजरीवाल सरकार ने अपने उन वादों को ही बायपास कर दिया, जो चुनाव के पहले जनता से किए गए थे.