आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के बिजवासन विधानसभा से विधायक देवेंद्र सहरावत को प्राथमिक सदस्यता से सस्पेंड कर दिया है. कुछ विधायकों ने सहरावत के रवैए की शिकायत पार्टी नेतृत्व से की थी. फिलहाल पूरा मामला अनुशासन समिति को भेज दिया गया और जांच होने तक विधायक देवेंद्र सहरावत सस्पेंड रहेंगे.
AAP विधायकों पर लगाया महिलाओं के शोषण का आरोप
दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री संदीप कुमार की सेक्स सीडी सामने आने के बाद से ही देवेंद्र सहरावत पार्टी के खिलाफ ट्विटर पर एक के बाद एक वार कर रहे थे. हाल ही में सहरावत ने मुख्यमंत्री
अरविंद केजरीवाल को चिट्ठी लिखकर आरोप लगाया था कि पार्टी के बड़े नेता महिलाओं का शोषण कर रहे हैं. हालांकि अपने ही लगाए आरोप को सहरावत साबित नहीं कर पाए. न ही कोई
तथ्य सामने रखा. जिसके बाद पार्टी के नेता संजय सिंह ने चंडीगढ़ में उन पर मानहानि का मुकदमा भी दर्ज कराया था. फिलहाल संदीप कुमार के बाद सितंबर के महीने में ये दूसरा मामला है,
जब आम आदमी पार्टी ने किसी विधायक को प्राथमिक सदस्यता से सस्पेंड किया है.
चार दिन के बाद दिल्ली लौटे केजरीवाल
सोमवार की दोपहर केजरीवाल 4 दिन के पंजाब दौरे से दिल्ली वापिस लौटे. दिल्ली से जुड़े कामकाज के अलावा उन्होंने विवादों और मुश्किलों पर देर शाम नेताओं के साथ चर्चा भी की. विधायक
देवेंद्र सहरावत पार्टी के लिए गले की हड्डी बनते जा रहे थे. सहरावत अपने ट्वीट से केजरीवाल को रिंग मास्टर तक बुला चुके थे. साथ ही एक लड़की का जिक्र कर बार-बार पार्टी नेताओं और
केजरीवाल को सवालों के कटघरे में खड़ा कर रहे थे. आरोप लगाने का ये खेल लंबे वक्त तक नहीं चला और पार्टी ने उन्हें सस्पेंड कर दिया.
अब खुलकर केजरीवाल पर हमला करेंगे सहरावत
साफ है कि सहरावत अब पार्टी नेताओं पर खुलकर वार करेंगे. लेकिन क्या वो खुद को बचाने के लिए सबूत सामने रख पाएंगे, ये बड़ा सवाल है. फिलहाल सस्पेंड होने के कुछ देर बाद सहरावत
ने ट्विटर पर अपने ही अंदाज में लिखा कि अगर आप में हिम्मत है तो मुझे पार्टी से बाहर करें. 67 विधायक होने के बावजूद आम आदमी पार्टी काम करके नहीं दिखा पाई.
कई विधायक कर चुके हैं पार्टी से बगावत
इससे पहले पूर्व मंत्री और बल्लीमारान से विधायक असीम अहमद ने पार्टी नेतृत्व पर हमला बोला था. असीम ने तो खुद की जान को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से खतरा बताया था. उन्होंने
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से गुहार लगाते हुए अपने और परिवार के लिए सुरक्षा मांगी थी. तिमारपुर से विधायक पंकज पुष्कर तो योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण पर की गई कार्रवाई से
नाराज हैं. पुष्कर खुलेआम स्वराज अभियान के बैनर का हिस्सा बनते हैं और विधानसभा में खुद की सरकार के खिलाफ बोलते नजर आते हैं. इन दिनों पुष्कर स्वराज अभियान के साथ मिलकर
दिल्ली सरकार की शराब नीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हैं.