दिल्ली में नगर निगम के उपचुनाव से ठीक पहले राजनीतिक दलों के बीच आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है. ताजा मामले में दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (AAP) ने निगम में शासित बीजेपी पर निगम के फंड का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है. वहीं बीजेपी प्रवक्ता ने भी AAP पर पलटवार किया है.
दरअसल, आम आदमी पार्टी के MCD प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा है कि बीजेपी के पास अपने कर्मचारियों को तनख्वाह देने के लिए पैसे नहीं हैं. लेकिन दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष, पार्षद, महापौर समेत अन्य कई नेता एमसीडी का पैसा देश-विदेश घूमने में बर्बाद कर रहे हैं.
आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया, "...प्रीति अग्रवाल, जो कि महापौर रही हैं, उन्होंने एमसीडी के खर्च पर यात्रा की. आदेश गुप्ता पतंग उड़ाने के लिए एमसीडी के पैसों पर महाराष्ट्र के बेलगांव और मुंबई भी गए. अवतार, जो कि महापौर रहे हैं, एमसीडी के पैसों पर काठमांडू गए. पार्षद रह चुकी गरिमा गुप्ता औरंगाबाद गईं, जिसके लिए एमसीडी के पैसे खर्च किए. छैल बिहारी गोस्वामी, जो कि वार्ड समिति के अध्यक्ष हैं, वह एमसीडी के पैसों पर मुंबई गए. अवतार, एक बार फिर एमसीडी के पैसों से गुजरात गए और एक बार कल्चरल फेस्टिवल मनाने के लिए काठमांडू पहुंचे..."
AAP नेता दुर्गेश पाठक ने पूरे मामले की जांच की मांग के साथ-साथ अगले 48 घंटों के अंदर देश विदेश घूमने वाले BJP नेताओं की पूरी जानकारी आम जनता के सामने पेश करने की मांग की है.
बीजेपी ने किया पलटवार
वहीं, दिल्ली बीजेपी ने एक बयान जारी कर आम आदमी पार्टी के आरोपों का जवाब दिया है. दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा है कि "बीजेपी शासित नगर निगमों की राजनीतिक छवि धूमिल करने के लिए छोटे छोटे मुद्दों को बढ़ा कर नौटंकी करना आम आदमी पार्टी नेताओं की आदत बन गयी है."
बीजेपी प्रवक्ता ने दौरों का ज़िक्र करते हुए कहा है कि दिल्ली सरकार के मंत्री हों या नगर निगमों के महापौर, इनके अन्य शहरों के टूर एक सामान्य औपचारिक शिष्टाचार हैं.
प्रवीण शंकर कपूर ने आम आदमी पार्टी सरकार पर ही आरोप लगा दिए. उन्होंने कहा, "दिल्ली सरकार में हमने इसका गंभीर दुरुपयोग देखा है. जैसे हाल ही में राजनीतिक विस्तार के उद्देश्यों से मंत्री द्वारा उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड के टूर किये जिनका खर्च दिल्ली सरकार ने वहन किया है. दुर्गेश पाठक का यह दावा की निगम आर्थिक संकट में है और महापौर टूर करते रहे एक छोटे से मुद्दे को बढ़ाने जैसा है."
बीजेपी प्रवक्ता ने AAP के आरोपों का जवाब देते हुए कहा, "दिल्ली सरकार के द्वारा फंड रोकने की वजह से पिछले साल से नगर निगम आर्थिक संकट में फंसे हैं जबकि जिन दो टूर का ज़िक्र दुर्गेश पाठक ने किया है वह 2018-19 में तत्कालिन महापौरों ने किये थे. इस मुद्दे का एक सच यह भी है की 2018-19 में तत्कालीन महापौर को लंदन के कांफ्रेंस से जुड़े टूर की तमाम अनुमति और वित्तीय स्वीकृति मिल गयीं थी, लेकिन उन्होंने खर्च ना करना बेहतर समझा था."