पानी टैंकर माफियाओं को ख़त्म करने का दावा करने वाली आम आदमी पार्टी सरकार के दिल्ली जल बोर्ड ने अपनी ज़िम्मेदारी से ही पल्ला झाड़ लिया है. जल बोर्ड के उपाध्यक्ष दिनेश मोहनिया और 'आप' प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने पानी टैंकर माफियाओं के खिलाफ लड़ने के लिए पुलिस से मदद न मिलने का आरोप लगाया है.
पूरे मामले में 'आजतक' ने आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता सौराभ भारद्वाज से सवाल पूछे हैं. उन्होंने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि दिल्ली जल बोर्ड को दिल्ली पुलिस का कोई सहयोग नहीं मिलता है. ट्यूबबेल पर बीजेपी की स्थानीय पार्षद का कब्जा है. दिल्ली जल बोर्ड ट्यूबबेल को लिखित रूप से अवैध बता चुका है, लेकिन पुलिस सहयोग करने को तैयार नहीं है.
सौरभ भारद्वाज ने जल बोर्ड का बचाव करते हुए कहा कि सरकारी संस्था तभी काम कर सकती है जब उसे पुलिस से संरक्षण मिले. पुलिस वाले ट्यूबबेल माफिया के साथ बैठकर खाना खाते हैं. दिल्ली विधानसभा में जब लॉ एंड आर्डर पर सवाल पूछा तो एलजी साहब के कहने पर पुलिस ने जवाब नहीं दिए. ट्यूबवेल कागजों में सील हैं, लेकिन माफिया अपना काम कर रहे हैं.
दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष और आम आदमी पार्टी के विधायक दिनेश मोहनिया से जब इस बाबत पूछा तो उन्होंने माफियाओं पर लगाम लगाने से हाथ खड़े कर दिए. उन्होंने कहा कि पानी माफियाओं की समस्या से निपटने के लिए नियामक निकाय की जरूरत है. नियामक निकाय के अभाव में माफियाओं पर लगाम लगाना मुश्किल है.
मोहनिया के मुताबिक हाल ही में जब लाजपत नगर में माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की कोशिश हुई तो SHO ने फोर्स न होने की बात कहकर साफ़ मना कर दिया. उन्होंने कहा कि शिकायत मिलने पर प्राइवेट बोरबेल को सील किया गया है. लेकिन पानी टैंकर को रोकने दिल्ली पुलिस का काम है.