दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को करारी शिकस्त झेलनी पड़ी है और 27 साल बाद राजधानी में कमल खिला है. बीजेपी ने 70 विधानसभा सीटों वाली दिल्ली में 48 सीटें जीतकर इतिहास रच दिया, वहीं AAP इस बार 22 सीटों पर सिमट गई. कांग्रेस पिछले दो चुनावों की तरह इस बार भी राजधानी में अपना खाता तक नहीं खोल पाई है. चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल ने अपने 20 विधायकों को टिकट काटा था, इनमें जंगपुरा जैसी हाई प्रोफाइल सीट के अलावा पालम, चांदनी चौक और सीलमपुर की सीट शामिल थी.
20 में सिर्फ 4 पर मिली जीत
राजधानी की जिन 20 सीटों पर आम आदमी पार्टी ने अपने विधायकों का टिकट काटकर नए प्रत्याशी उतारे थे, उनमें से पार्टी सिर्फ 4 सीटें ही बचा पाई है. बाकी की 16 सीटों पर बीजेपी ने कब्जा कर लिया है. इनमें कस्तूरबा नगर, उत्तमनगर, नरेला, तिमारपुर, आदर्श नगर, मुंडका, मादीपुर, जनकपुरी, बिजवासन, पालम, त्रिलोकपुरी, कृष्णानगर, शाहदरा, मुस्तफाबाद, मटियाला और मनीष सिसोदिया की सीट जंगपुरा भी शामिल है जहां से पार्टी ने प्रवीण कुमार का टिकट काटा था. इस सीट से बीजेपी के तरविंदर सिंह मारवाह ने पूर्व डिप्टी सीएम सिसोदिया को चुनाव हरा दिया है.
ये भी पढ़ें: एक सपने की मौत... दिल्ली में AAP की हार एक राज्य में सत्ता बदल भर नहीं है!
विधायकों का टिकट काटने वाली जिन 4 सीटों पर AAP को जीत मिली है, उनमें चांदनी चौक, देवली, बुराड़ी और सीलमपुर की सीट शामिल है. चांदनी चौक में AAP ने विधायक प्रहलाद सिंह साहनी की जगह उनके पार्षद बेटे पुरनदीप साहनी को उतारा था जो इस बार सीट बचाने में सफल रहे हैं. इसी तरह सीलमपुर में विधायक अब्दुल रहमान का टिकट काटकर AAP ने कांग्रेस के पूर्व विधायक मतीन अहमद के बेटे जुबैर अहमद को उतारा था जो विजयी हुए हैं. मतीन और जुबैर अहमद ने चुनाव से कुछ दिन पहले ही कांग्रेस छोड़ AAP का दामन थामा था.
बीजेपी की आंधी में उड़े AAP के दिग्गज
दिल्ली में बीजेपी की आंधी में आम आदमी पार्टी के कई दिग्गज नेता और मंत्री चुनाव हार गए. इनमें सबसे बड़ा नाम पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का है जिन्हें नई दिल्ली सीट से बीजेपी के प्रवेश वर्मा ने करीब 4 हजार वोट से हरा दिया. इसके अलावा पूर्व डिप्टी सीएम मनीस सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, सौरभ भारद्वाज, सोमनाथ भारती, राखी बिड़लान जैसे नेताओं को भी हार का सामना करना पड़ा. हालांकि आतिशी कालकाजी सीट से बीजेपी के रमेश बिधूड़ी के खिलाफ जीतने में कामयाब रहीं.
ये भी पढ़ें: दिल्ली में AAP के 10 साल: केजरीवाल के वो फैसले जिन्होंने फीकी कर दी ब्रांड AK की चमक
बीजेपी की जीत के बाद अब सबकी नजरें मुख्यमंत्री के नाम पर हैं. पार्टी ने CM का चेहरा घोषित किए बिना चुनाव लड़ा था और ऐसे में प्रचंड जीत के बाद कई दावेदार सामने हैं. इनमें सबसे प्रमुख नाम अरविंद केजरीवाल को हराने वाले प्रवेश वर्मा का है. इसके अलावा चुनाव जीतने वाले वरिष्ठ नेता विजेंद्र गुप्ता, आशीष सूद और सतीश उपाध्याय को लेकर भी कयास लगाए जा रहे हैं. हालांकि पार्टी की ओर से साफ किया गया है कि सीएम के नाम का ऐलान होने में अभी 10 दिन का वक्त लग सकता है.