विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने केजरीवाल सरकार पर कोर्ट में प्राइवेट वकीलों की फौज पर करोड़ों लुटाने का आरोप लाया है. यही नहीं गुप्ता का आरोप है कि जब उन्होंने विधानसभा में सवाल पूछा कि किस वकील को कितना पैसा दिया गया, किस केस के लिए कितने प्राइवेट वकीलो की सेवाएं ली गईं, तो सरकार ने जवाब तक नहीं दिया.
विजेंद्र गुप्ता ने विधानसभा में वो चिट्ठियां भी दिखाई, जो उन्होंने दिल्ली के मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री को लिखी थीं और जानकारी मांगी थी कि जब से केजरीवाल सरकार सत्ता में आई है, तब से कितने वकील निजी तौर पर नियुक्त किए गए. न तो इनका जवाब आया और न ही विधानसभा में पूछे प्रश्नों का जवाब दिया गया.
गुप्ता ने आशंका जताई है कि सरकार जानकारी छुपाना चाहती है और इसीलिए इस बात की आशंका भी है कि इसमें पैसो की बर्बादी हुई है और सरकारी धन का बंदरबांट की गई है.