ऑड-इवन के मुट्ठी भर मुरीदों और जमाने भर के आलोचकों के बीच दिल्ली सरकार ने एक नया और सनसनीखेज दावा पेश कर दिया है. सरकार का कहना है कि उनकी स्कीम को नाकाम करने की साजिश रची जा रही है. इस साजिश के पुख्ता सबूत तो उनके पास एक भी नहीं हैं. कुछ आम घटनाओं के आधार पर अनिश्चित सा दावा वो जरूर करते हैं.
सरकार ने गिनाए कारण
दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री कहते हैं कि दिल्ली के कूड़ों में अचानक आग लगने लगी है. सड़क पर जाम लगने लगा है, क्योंकि हरियाणा और यूपी नंबर की गाड़ियां दिल्ली में धकेली जा रही हैं. डीटीसी की बसें खराब होने लगी हैं. ऑटो ड्राइवरों ने हड़ताल करने की कोशिश की है.
गुरुवार की सुबह राजघाट के पास कूड़े के ढेर में आग लग गई. कुछ देर बाद उत्तरी दिल्ली के भलस्वा में भी कूड़े जलने लगे. यूं तो गर्मी में कूड़ों में आग लगने की घटना आम है, लेकिन दिल्ली सरकार के मुताबिक ये साजिश है और इस साजिश की जांच करने के लिए कमेटी भी बना दी गई है. लेकिन एमसीडी के पास भी जवाब तैयार है.
पूर्वी दिल्ली के मेयर रवींद्र गुप्ता ने कहा कि कूड़ें के दो ढेरों में आग लगने के पीछे साजिश का कोई सबूत सरकार के पास नहीं है. दिल्ली में जाम लग रहा है तो दिल्ली में अचानक ज्यादा आने वाली हरियाणा और यूपी की गाड़ियों की गिनती कौन कर रहा है. ट्रैफिक सिग्नल पर अचानक हरी बत्ती का समय घटा दिए जाने की बात का भी कोई आधार नहीं, हवा हवाई है. और डीटीसी की बसें भला कब खराब नहीं होती थी, जो आज पहली बार खराब होने लगीं.
विज्ञापन पर दिया ज्यादा जोर
दरअसल जितने बड़े स्तर पर इस स्कीम का प्रचार किया गया है और शुरू होने से पहले ही वाहवाही लूटी गई, शुरू होने के बाद स्कीम उसके ठीक उल्टा परिणाम देती दिख रही है. साजिश का ये सिद्धांत कहीं इस नाकामी को छिपाने के लिए तो नहीं है.
चलेंगी एप बेस्ड प्रीमियम बसें
दिल्ली सरकार एप बेस्ड प्रीमियम बस ला रही है, जिसमें वाई-फाई होंगे, सीसीटीवी होंगे और इसे एप से बुक कर सकेंगे. ये सभी बसें सीएनजी होंगी. परिवहन मंत्री गोपाल राय ने कहा, 'महिला सुरक्षा के लिए जिस एप से बुक किया है उसी में पैनिक बटन होगा. इसके साथ ही इसका किराया भी सरकार तय नहीं करेगी. अगर कोई शिकायत आएगी तो फिर सरकार इसका मुल्यांकन करेगी. बुकिंग के अलावा किसी और यात्री को सफर नहीं कराया जा सकेगा. ये योजना एक जून से लागू होगी.'