दिल्ली में नगर निगम वार्डों की आरक्षित सीटों के ऐलान के बाद बीजेपी और कांग्रेस के पार्षद भले चिंतित हों, लेकिन दिल्ली में सत्ता संभाल रही और पहली बार नगर निगम का चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी आरक्षण को बेहद कम चुनौती मान रही है. पूरे मामले में आजतक ने मंत्री कपिल मिश्रा और दिल्ली के संयोजक दिलीप पाण्डेय से खास बातचीत की.
पंजाब और गोवा के चुनाव के बाद दिल्ली के नगर निगम चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी वार्डों में सीटों के आरक्षण का इंतजार कर रही थी. सवाल पूछने पर दिलीप पाण्डेय ने बताया कि 'महिलाओं और अनुसूचित जाति के लिए जो आरक्षण हुआ है वह अच्छा है. आम आदमी पार्टी को इसमें चिंता करने की ज़रूरत नहीं है और न पार्टी को नए फैसले से कोई दिक्कत है.
उन्होंने कहा कि बीजेपी ने जिस तरह नगर निगम को बर्बाद किया उसे लेकर लोगों में गुस्सा है. इसलिए आने वाले नगर निगम चुनाव के लिए आप निश्चिन्त है.' दिलीप पाण्डेय का दावा है कि जिस तरह 2 साल पहले विधानसभा चुनाव में 'आप' ने झाड़ू चलाई थी, वैसे ही नगर निगम के चुनाव में झाड़ू चलेगी.
कपिल मिश्रा को नगर निगम चुनाव के लिए कई अहम जिम्मेदारियां दी जा रही हैं. वार्डों की सीट पर आरक्षण के सवाल पर कपिल ने कहा, 'हम इस फैसले का इंतजार कर रहे थे कि कब चुनाव आयोग अपना नोटिफिकेशन निकालेगा. स्वागत योग्य परिसीमन है और युद्ध का बिगुल बज चुका है, इसलिए अब तैयारियां तेज़ी से शुरू हो गयीं हैं.
राज्य और निगम में एक ही पार्टी की सरकार हो इसका लोग इंतजार कर रहे थे. 2 महीने का इंतजार है फिर गंदगी को साफ़ करने के काम में लगना है.' कपिल ने बीजेपी और कांग्रेस को ताना मारते हुए कहा कि बीजेपी और कांग्रेस को सीट आरक्षण से फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि उनके पास कहने के लिए कुछ नहीं है.