दिल्ली में आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान ईडी दफ्तर पहुंच गए हैं. उनसे दिल्ली वक्फ बोर्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ की जाएगी. ओखला विधायक पर आरोप है कि वक्फ बोर्ड के चेयरमैन के रूप में उन्होंने 32 लोगों को अवैध रूप से भर्ती किया. इसके साथ ही उन्होंने वक्फ की संपत्तियों को किराए पर दिया है.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अमानतुल्लाह ईडी ऑफिस पहुंचे हैं. दरअसल उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी, जिसे शीर्ष अदालत ने खारिज कर दिया था और ईडी के सामने पेश होने का आदेश दिया था.
अमानतुल्लाह पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार
AAP विधायक अमानतुल्लाह पर जिस मामले में गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है, वो 2018 से 2022 के बीच का है. ईडी का आरोप है कि दिल्ली वक्फ बोर्ड का चेयरमैन रहते हुए कर्मचारियों की भर्ती में अनियमितताएं पाई गई. इसके अलावा वक्फ बोर्ड की संपत्तियों को गलत तरीके से पट्टे पर दिया गया, जिससे विधायक ने व्यक्तिगत फायदा उठाया. छापेमारी के दौरान इस मामले में कई सबूत भी मिले थे.
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ईडी के मुताबिक, इन सबूतों से अमानतुल्लाह के मनी लॉन्ड्रिंग के अपराध में शामिल होने के संकेत मिलते हैं. जिस समय ये कार्रवाई हुई थी तब अमानतुल्लाह खान वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष थे. हाल ही में ईडी ने राउज एवेन्यू कोर्ट में आवेदन दायर करते हुए कहा था कि आम आदमी पार्टी के नेता अमानतुल्लाह खान ईडी के 6 समन के बाद भी जांच अधिकारी के सामने पेश नहीं हो रहे हैं. जिसके बाद निचली अदालत ने उन्हें समन भी जारी किया था. ईडी ने कोर्ट से अमानतुल्लाह खान के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी करने की भी मांग की थी.