आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास पार्टी के भीतर अलग-थलग पड़ते जा रहे हैं. पार्टी का शीर्ष नेतृत्व राजस्थान में चुनाव प्रचार की उनकी योजना पर भी ध्यान नहीं दे रहा. आम आदमी पार्टी के एक सदस्य ने बताया कि राजस्थान में पार्टी के प्रभारी विश्वास ने नेतृत्व से समर्थन नहीं मिलने के कारण प्रचार रोक दिया.
चंदे की राशि जमा करने के लिए एक बैंक खाता खोलने की विश्वास की मांग पर पार्टी नेतृत्व की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया. उन्होंने कहा कि चुनाव के लिए राज्य में विधायकों के प्रचार और चंदे की राशि जमा करने के लिए बैंक खाता खोलने के विश्वास की मांग पर पार्टी नेतृत्व की ओर से कोई जवाब नहीं आया.
सदस्य ने कहा , ‘अगर कुमार विश्वास को केंद्रीय नेतृत्व का समर्थन नहीं होगा तो लोग उनपर भरोसा क्यों करेंगे.’ घटनाएं कुमार विश्वास के अलग-थलग पड़ने का संकेत देती है. हालांकि, कुमार विश्वास के करीबी सूत्रों ने कहा कि वह पार्टी नहीं छोड़ेंगे और अपने खिलाफ नेतृत्व के कदमों का इंतजार करेंगे.
पार्टी ने राज्यसभा नहीं भेजा
बीते दिनों पार्टी ने जिन तीन लोगों को दिल्ली से राज्यसभा भेजने का फैसला किया है उनमें कुमार का नाम नहीं है. आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्य कुमार राज्यसभा जाने के सबसे प्रबल दावेदार थे. वह खुद भी कई बार दबे मन से राज्यसभा जाने की इच्छा जता चुके थे, लेकिन पार्टी ने उनके नाम पर विचार तक नहीं किया. बताया जा रहा इसी के बाद से पार्टी नेतृत्व और कुमार एक-दूसरे से नाराज चल रहे हैं.