दिल्ली में बेघरों की मौत पर भी राजनीति होने लगी है. इस बीच आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने एक अजीबोगरीब बयान देते हुए कहा है कि दिल्ली में नशे की वजह से हो रही बेघरों की मौतें.
एक तरफ बेघरों के लिए इंतजाम को लेकर केजरीवाल सरकार सवालों और विरोधियों के आरोपों से घिरी है तो बचाव में उतरे 'आप' नेता मौत की हैरान करने वाली वजह बता रहे हैं.
आजतक से बात करते हुए सौरभ भारद्वाज ने कहा, ' इस साल दिल्ली सरकार ने पिछले साल के मुकाबले रैन बसेरों के लिए बेहतर काम किया है. फिलहाल दिल्ली में 20 हजार 800 बेघरों की क्षमता वाले रैन बसेरे हैं, लेकिन सिर्फ 13 हजार बेघर ही इन रैन बसेरों का इस्तेमाल कर पा रहे हैं.'
सौरभ भारद्वाज ने कहा, 'मौत का सबसे बड़ा आंकड़ा जून और जुलाई का है. जनवरी 2018 में हुई मौत को सर्दी से जोड़ना गलत है. पूरे साल इस तरह की मौतें सर्दी या गर्मी से नही बल्कि नशे से हो रही हैं. इस तरह की मौतों पर पोस्टमार्टम नही कराए जाते हैं. हमारी मांग है कि पुलिस बेघरों की मौत का पोस्टमार्टम कराए, इसका खर्च दिल्ली सरकार उठाने को तैयार है.'
उन्होंने कहा कि नशेखोरी की वजह से अगर मौत हो रही है तो सवाल उठना चाहिए कि नशा क्यों बिक रहा है. सरकार हर तरह के सुझाव मानने के लिए तैयार है. बदइंतजामी के लिए दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड के सीईओ को कारण बताओ नोटिस सरकार ने दिया है.
आपको बता दें कि हाल ही में सेंटर फॉर होलिस्टिक डिवेलपमेंट (CHD) नाम की संस्था ने जनवरी 2018 में 44 मौत ये आंकड़े जारी किए थे. संस्था का दावा है कि ये आंकड़े गृह मंत्रालय की वेबसाइट से निकलवाए गए. इस बीच आम आदमी पार्टी ने 2004 से 2017 तक हुई मौत का आंकड़ा सोशल मीडिया पर साझा करते हुए दावा किया था कि दिल्ली में लगभग हर महीने बड़ी संख्या में बेघर लोगों की मौत होती रही है.