आम आदमी पार्टी (आप) नेता सौरभ भारद्वाज ने रविवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी पर भाजपा नेता रमेश बिधूड़ी के कथित आपत्तिजनक बयान पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि चुनाव के जब नतीजे आएंगे तब पता, चलेगा कौन किसका बाप है.
दरअसल, बीजेपी नेता रमेश बिधूड़ी ने एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए सीएम आतिशी के उपनाम और परिवार पर 'विवादास्पद' टिप्पणी की थी. बिधूड़ी ने कहा, 'आतिशी, जो मार्लेना थीं. अब सिंह हैं. उन्होंने अपना पिता भी बदल लिया है.'इसके बाद से आप नेता बीजेपी नेता पर हमलावर हैं. इसी क्रम में सौरभ भारद्वाज ने उनपर निशाना साधा है.
एएनआई से बात करते हुए सौरभ भारद्वाज ने साल 1992 में आई एक फिल्म जीता वही सिकंदर का जिक्र करते हुए कहा कि चुनाव के जब नतीजे आएंगे तो पता चलेगा कौन किसका बाप है, बाकी तो सब चलता रहेगा."
#WATCH | Delhi: On BJP leader Ramesh Bidhuri's reported objectionable statement on Delhi CM Atishi, Delhi Minister Saurabh Bhardwaj said, "chunav ke jab result ayenge tab pata chalega kon kiska baap hai..." pic.twitter.com/XKK48lnwg8
— ANI (@ANI) January 5, 2025
उन्होंने बीजेपी नेता द्वारा वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी पर की टिप्पणी पर बोलते हुए कहा, मैं इंतजार कर रहा था कि कांग्रेस नेता रमेश बिधूड़ी के बारे में कुछ कहेंगे, क्योंकि उन्होंने प्रियंका गांधी के बारे में इतना अपमानजनक बयान दिया है. मैं हैरान हूं कि उन्होंने अभी तक उस बयान के बारे में कोई तल्ख टिप्पणी नहीं की है. उन्हें (रमेश बिधूड़ी) को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए, उन्हें उन से भी माफी मांगनी चाहिए. जिनके बारे में वो बातें बोली हैं. घूमा-फिरा कर खेद है क्या होता है. आप सीधे माफी मांगो. जिन अल्फाज में अपने वो बातें कहीं थीं, उसी अंदाज में माफी मांगनी चाहिए.
आप नेता ने ये भी कहा कि जनता इस तरीके के व्यवहार को कबूल नहीं करती हैं. दिल्ली सभ्य समाज है, जनता ऐसे नेताओं को जवाब देगी...'
#WATCH | Delhi: On the alleged statement of BJP leader Ramesh Bidhuri in the viral video, AAP leader Saurabh Bhardwaj said, "...I was waiting for the Congress leaders to say something about Ramesh Bidhuri because he has made such a derogatory statement about Priyanka Gandhi. But… pic.twitter.com/KV9ls5P2A6
— ANI (@ANI) January 5, 2025
केजरीवाल ने भी साधा निशाना
रविवार को आम आदमी पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी में एक सार्वजनिक सभा में मुख्यमंत्री आतिशी मार्लेना पर उनकी 'विवादित' टिप्पणी को लेकर भारतीय जनता पार्टी नेता रमेश बिधूड़ी पर हमला बोला.
अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि भाजपा नेताओं ने बेशर्मी की सारी हदें पार कर दी हैं. भाजपा नेता दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को गाली दे रहे हैं. दिल्ली की जनता एक महिला मुख्यमंत्री का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगी. दिल्ली की सभी महिलाएं इसका बदला लेंगी.
बिधूड़ी ने इससे पहले कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा पर 'विवादास्पद' टिप्पणी कर एक और विवाद खड़ा कर दिया था. एक्स पर आप सांसद संजय सिंह ने अपना वीडियो साझा किया, जहां बिधूड़ी ने कहा कि अगर भाजपा सत्ता में आई तो वे कालकाजी की सभी सड़कों को 'प्रियंका गांधी के गालों' की तरह बना देंगे. वहीं, बयान पर विवाद बढ़ता देख बीजेपी नेता ने रविवार को कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के बारे में अपनी विवादास्पद टिप्पणी पर खेद जताया.
'पहले भी दिए गए हैं ऐसे बयान'
एएनआई से बात करते हुए कहा, "इस तरह के बयान पहले भी दिए गए हैं. मैंने यह उस संदर्भ में कहा है जो लालू यादव ने कहा था. कांग्रेस उस पर तब भी चुप रही जब वह (लालू यादव) उनकी सरकार में मंत्री थे. अगर कोई मेरी टिप्पणी से आहत हुआ है, तो मैं इस पर खेद व्यक्त करता हूं और मैं अपने शब्द वापस लेता हूं.''
लालू प्रसाद यादव ने एक बार बिहार में एक रैली के दौरान एक उल्लेखनीय वादा किया था. उन्होंने राज्य की सड़कों को अभिनेत्री से नेता बनीं और भाजपा सांसद हेमा मालिनी के गालों जितनी चिकनी बनाने की कसम खाई थी.
कांग्रेस नेता ने साधा निशाना
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने भाजपा उम्मीदवार की कड़ी आलोचना करते हुए टिप्पणी को ''शर्मनाक'' बताया और भाजपा पर महिला विरोधी मानसिकता को बढ़ावा देने का आरोप लगाया.
कांग्रेस नेता ने एक्स पर कहा,'वायनाड से कांग्रेस के लोकसभा सांसद के खिलाफ बिधूड़ी का बयान न केवल शर्मनाक था, बल्कि महिलाओं के प्रति उनकी "घृणित" मानसिकता को भी दर्शाता है.'
फरवरी में हो सकते हैं चुनाव
दिल्ली में विधानसभा चुनाव फरवरी 2025 में होने की संभावना है. आपको बता दें कि 2020 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 62 सीटों पर जीत हासिल की थी. 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में वह 70 में से 67 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत के साथ आम आदमी पार्टी दिल्ली की सत्ता पर आसीन हुई थी.