एलजी की शुंगलू कमिटी की जांच के बाद ऐसी जानकारी सामने आई है जिससे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के ऊपर भाई भतीजावाद का आरोप लगा है. निकुंज अग्रवाल मुख्यमंत्री के साढ़ू के दामाद हैं और हड्डी रोगों के डॉक्टर हैं. सवाल उनकी सरकारी नियुक्तियों पर उठ रहे हैं. निकुंज अग्रवाल दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येन्द्र जैन के ओएसडी भी हैं. 'आज तक' ने सत्येन्द्र जैन से जब सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि उन्हें निकुंज अग्रवाल पर कोई आपत्ति नहीं मिली है.
सत्येन्द्र जैन ने कहा- 'निकुंज अग्रवाल एक योग्य पोस्ट ग्रेजुएट डॉक्टर हैं, एमडी की है, सर्जन हैं. कई साल पहले भी सीनियर रेजिडेंस डॉक्टर के तौर पर काम कर चुके हैं. निकुंज अग्रवाल की कोई अवैध या गलत नियुक्ति नहीं की गई है. एलजी सिर्फ सरकार को बदनाम कर रहे हैं.'
जांच के दायरे में हैं केजरीवाल के कई फैसले
हाईकोर्ट से अधिकारों की जंग जीतने के बाद उपराज्यपाल नजीब जंग ने दिल्ली सरकार के तमाम फैसलों पर जांच बिठा दी है. तीन सदस्यों वाली शुंगलू कमेटी करीब 400 फाइलों की जांच कर रही है. जांच के दायरे में सरकार के वैसे फैसले हैं जिन्हें एलजी की अनुमित के बिना केजरीवाल सरकार ने लागू किया. केंद्र शासित प्रदेश होने के नाते दिल्ली में मुख्यमंत्री या कैबिनेट बिना उपराज्यपाल की मंजूरी के कोई फैसला लागू नहीं कर सकती है.
दिल्ली सरकार ने ये कहकर एलजी की जांच कमिटी पर सवाल उठा दिए हैं कि उपराज्यपाल किस अधिकार से जांच कमेटी बना सकते हैं. सत्येन्द्र जैन ने कहा है कि एलजी की कमिटी असंवैधानिक है. जैन ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश के अंदर सभी सरकार को काम करने देना चाहिए.