दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को छोड़कर आम आदमी पार्टी के मंत्रियों को शुक्रवार को सरकारी गाड़ियों के तौर पर टोयोटा की इनोवा कारें दी गईं. आप के मनीष सिसोदिया, राखी बिरला और सौरभ भारद्वाज समेत कई मंत्री सरकारी गाड़ियों में दिल्ली विधानसभा परिसर पहुंचे.
यह पूछे जाने पर कि क्या ऐसी गाड़ियों में आने से किफायत की झलक मिलती है, केजरीवाल ने कहा कि पार्टी ने यह कभी नहीं कहा कि उसके मंत्री सरकारी गाड़ियों का उपयोग नहीं करेंगे. एक सवाल के जवाब में केजरीवाल ने कहा, 'हमने कारों का इस्तेमाल न करने के बारे में कभी नहीं कहा. हमने कहा कि हम लाल बत्ती वाली कारें नहीं लेंगे.'
विधानसभा में कांग्रेस के सहयोग से AAP सरकार के विश्वास मत हासिल करने के बाद मंत्रियों ने सरकारी गाड़ियां ली हैं. अपनी आम आदमी की पहचान बरकरार रखते हुए पिछले कुछ दिनों तक AAP के मंत्री-विधायक मेट्रो और ऑटो रिक्शा जैसे सार्वजनिक वाहनों से दिल्ली विधानसभा आए थे. इस मुद्दे पर पूछे जाने पर सिसोदिया ने कहा कि पार्टी वीआईपी कल्चर के खिलाफ है और सरकारी कारें लेने में कुछ भी गलत नही है.
सिसोदिया ने कहा कि हम मंत्रियों और नौकरशाहों की ओर से अपनी कारों पर लाल और नीली बत्ती लगाने के खिलाफ हैं, सरकारी गाड़ियों के इस्तेमाल के खिलाफ नहीं. हम बड़े बंगले लेने के खिलाफ हैं. उन्होंने इस सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया कि क्या केजरीवाल सरकारी गाड़ी लेंगे.