आम आदमी पार्टी पर मुसीबत का सिलसिला थम नही रहा है. दिल्ली कैंट से 'आप' विधायक कमांडो सुरेन्द्र सिंह को पटियाला हाउस कोर्ट ने न्याययिक हिरासत में भेज दिया है. दरअसल कमांडो सुरेंद्र के खिलाफ 2014 में सार्वजनिक सम्पति को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज हुआ था. पटियाला हाउस कोर्ट में पिछली कुछ तारीखों से अदालत के निर्देश के बावजूद कमांडो सुरेंद्र सिंह कोर्ट में पेश नही हो रहे थे. कोर्ट ने इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए उनको 17 अगस्त तक जेल भेज दिया है.
आम आदमी पार्टी ने मौका न गंवाते हुए इस मुद्दे पर बीजेपी पर निशाना साधना शुरू कर दिया है. 'आप' प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने बीजेपी पर एक बार फिर साज़िश का आरोप लगाया है. 'आजतक' से खास बातचीत के दौरान सौरभ ने कहा "पूरा मामला चुनाव के दौरान पोस्टर या होर्डिंग लगाने का है. सिर्फ कमांडो सुरेंद्र सिंह ही नही बल्कि कई ऐसे विधायक हैं जिनके ऊपर मुकदमे चलाये गए हैं. किसी भी इलाके में देख लीजिए, क्या रमेश बिधूड़ी और मीनाक्षी लेखी के अवैध हॉर्डिंग या पोस्टर दिल्ली पुलिस को नज़र नही आते हैं? क्या दिल्ली पुलिस की हिम्मत है कि बीजेपी के विधायक , सांसद या पीएम के खिलाफ अवैध पोस्टर मामले में मुकदमा दर्ज करें?
दिल्ली पुलिस का नियंत्रण PM मोदी के पास - सौरभ भारद्वाज
आज तक से आगे बातचीत के दौरान सौरभ इस सवाल का जवाब देने से बचते नज़र आये कि 'आप' विधायक कमांडो सुरेंद्र सिंह कोर्ट के निर्देश मिलने के बावजूद सुनवाई में शामिल क्यों नही हुए? सौरभ ने आरोप लगाया कि तय रणनीति के तहत आम आदमी पार्टी के विधायकों और मंत्रियों पर मुकदमे दर्ज किए गए हैं क्योंकि दिल्ली पुलिस का नियंत्रण पीएम मोदी के पास है. मुख्यमंत्री पर 32 मुकदमे दर्ज किए गए और ज्यादातर मामले बीजेपी शासित राज्यों से हैं. सवाल ये है कि क्यों आम आदमी पार्टी के विधायकों, मंत्रियो और मुख्यमंत्री पर इतने केस दर्ज किए जा रहे हैं ताकि वो अपना काम न कर सकें और सिर्फ कोर्ट में व्यस्त रहें.
दूसरी तरफ केजरीवाल सरकार में पूर्व मंत्री रहे कपिल मिश्रा भी सक्रिय हो गए हैं. कमांडो सुरेंद्र सिंह के जेल जाने की ख़बर आने के तुरंत बाद मिश्रा जी ने ट्विटर पर 'आप' को झूठ बता रहे हैं. कपिल ने ट्वीट करते हुए लिखा कि "कमांडो को जेल के मुद्दे पर AAP के प्रवक्ताओं और सोशल मीडिया टीम द्वारा लगातार जज और न्यायपालिका दोनों के बारे में झूठ फैलाया जा रहा है. कमांडो सुरेन्द्र सिंह को जेल, पोस्टर लगाने पर नही हुई है बल्कि कोर्ट द्वारा बार बार बुलाये जाने पर भी उपस्थित नही होने के कारण हुई है.