AAP विधायक मनोज कुमार को एक महिला से मारपीट के पुराने मामले में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. दिल्ली के कोंडली से विधायक मनोज को कड़कड़डूमा कोर्ट पेश किया गया. कोर्ट ने उन्हें दो दिन की रिमांड पर भेज दिया है.
पूर्वी दिल्ली के कोंडली से विधायक मनोज से मामले के संबंध में न्यू अशोक विहार थाने में पूछताछ की गई और बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
गिरफ्तार किए जाने वाले दूसरे AAP विधायक हैं मनोज
संयुक्त पुलिस आयुक्त, पूर्वी रेंज, संजय बेनीवाल ने कहा, ‘हमने धोखाधड़ी के मामले में उन्हें गिरफ्तार किया है. मामला न्यू अशोक विहार थाने में दर्ज था.’ उन्होंने बताया कि विधायक पर आईपीसी की धारा 468 (धोखाधड़ी के मकसद से फर्जीवाड़ा), 471 (फर्जी दस्तावेज को असली के रूप में इस्तेमाल करने), 420 (धोखाधड़ी), 120 बी (आपराधिक साजिश) के तहत आरोप हैं.
मनोज कुमार पुलिस की ओर से गिरफ्तार किए जाने वाले दूसरे AAP विधायक हैं. गत 9 जून को दिल्ली के तत्कालीन कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर को फर्जी डिग्री हासिल करने के आरोपों में गिरफ्तार किया गया था. तोमर ने बाद में पद से इस्तीफा दे दिया था. वह न्यायिक हिरासत में हैं.
जमीन फर्जीवाड़े का है मामला
जांचकर्ताओं ने बताया कि मनोज कुमार के खिलाफ पिछले साल धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था. दिल्ली पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी ने कहा, ‘यह जमीन फर्जीवाड़े से जुड़ा पुराना मामला है.’ मनोज के खिलाफ इन आरोपों के बाद धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था कि उन्होंने अपने कारोबारी साझेदार विनोद से 6 लाख रुपये की धोखाधड़ी की.
विनोद ने पुलिस में दर्ज कराई अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि मनोज कुमार राजनीति में जाने से पहले प्रॉपर्टी डीलर के रूप में काम करते थे.
उसने दावा किया कि वह कुमार का कारोबारी साझेदार था और नवंबर 2012 में एक प्लॉट खरीदने के लिए उन्हें छह लाख रुपये दिए थे, लेकिन उन्होंने पैसे वापस नहीं लौटाए.
'विधायक बनने से पहले पुलिस ने कुछ नहीं किया'
मनोज कुमार के रिश्तेदारों का कहना है कि पुलिस टीम ने पूछताछ के लिए थाने ले चलने की बात कहकर मनोज कुमार को साथ लिया और फिर कहीं और लेकर चले गए.
मनोज के वकील और AAP नेता एचएस फूलका के मुताबिक, मनोज कुमार ने कहा कि जब वह विधायक नहीं थे, तब पुलिस ने उनके खिलाफ कुछ नहीं किया. लेकिन जब वह आम आदमी पार्टी से विधायक चुने गए, पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. यह पक्षपातपूर्ण है.
गौरतलब है कि दिल्ली में AAP की सरकार बनने के बाद कुछ विधायकों के खिलाफ गुंडागर्दी और मनमानी की शिकायतें सामने आई हैं.