फर्जी डिग्री मामले में फंसे दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर को एक दिन की न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया गया है. मामले में रविवार को साकेत कोर्ट ने न्यायिक हिरासत का आदेश दिया.
साकेत कोर्ट ने इससे पहले तोमर की पुलिस कस्टडी दो और दिनों के लिए बढ़ा दी थी. जितेंद्र तोमर ने कोर्ट में जमानत अर्जी दी, जिस पर सोमवार को सुनवाई होनी है. दिल्ली पुलिस ने बीते शुक्रवार को उन्हें अदालत में पेश किया और 2 दिनों की पुलिस कस्टडी मांगी थी. इस केस में एक और आरोपी पुलिस के शिकंजे में आया है.
जितेंद्र तोमर को कोर्ट में पेश करने के बाद पुलिस ने अदालत को बताया कि उनसे 200 से ज्यादा सवाल पूछे गए हैं. खुद तोमर ने भी कोर्ट को बताया कि उन्होंने सभी सवालों के जवाब दे दिए हैं.
पुलिस ने मामले में मदन चौहान नाम के एक और संदिग्ध को पकड़ा है. उस पर जितेंद्र तोमर को फर्जी डिग्री दिलवाने का आरोप है. मामले में दिल्ली पुलिस की भागदौड़ जारी है. पुलिस बीते सोमवार को 'आप' विधायक को रोहिणी के यूनिवर्सल इंस्टीट्यूट लेकर जाने के बाद हौज खास थाने ले गई. बताया जा रहा है कि तोमर को फर्जी डिग्री इसी इंस्टीट्यूट की एक महिला ने दिलाई थी. यूनिवर्सल इंस्टीट्यूट पहुंची पुलिस ने सर्च ऑपरेशन की वीडियोग्राफी की और उसके बाद तोमर के दफ्तर से कुछ दस्तावेज हासिल किए.
जांच में सहयोग नहीं कर रहे तोमर
दिल्ली पुलिस पहले ही दावा कर चुकी है कि तोमर जांच में उनका सहयोग नहीं कर रहे और पूछताछ में सवालों का जवाब नहीं दे रहे. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि जब जांच दल ने तोमर से पूछताछ की तो उन्होंने उत्तर नहीं दिया और वह जांच में सहयोग नहीं कर रहे. त्रिनगर से आम आदमी पार्टी के विधायक 49 वर्षीय तोमर को 9 जून की सुबह गिरफ्तार किया गया था.