scorecardresearch
 

राजेंद्र गौतम से दिल्ली पुलिस ने 3 घंटे की पूछताछ, पूर्व मंत्री ने केजरीवाल को लेकर दिया बड़ा बयान

देवी-देवताओं के अपमान के मामले में आम आदमी पार्टी के विधायक राजेंद्र पाल गौतम की मुसीबत बढ़ती जा रही है. दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को इस मामले उनसे करीब 3 घंटे पूछताछ की. इस दौरान पुलिस ने उनसे अंबेडकर भवन में ली गईं 22 प्रतिज्ञाओं पर सवाल किया. इसके अलावा इस मामले में अरविंद केजरीवाल का साथ न मिलने पर उन्होंने कहा कि मेरा समाज मेरे साथ खड़ा है, मुझे किसी की जरूरत नहीं.

Advertisement
X
राजेंद्र गौतम से हिंदू देवी-देवताओं के अपमान के मामले में पूछताछ हुई
राजेंद्र गौतम से हिंदू देवी-देवताओं के अपमान के मामले में पूछताछ हुई

देवी-देवताओं के अपमान के मामले में मंगलवार को दिल्ली पुलिस ने राजेंद्र पाल गौतम से पूछताछ की. पुलिस ने करीब तीन घंटे तक उनसे पूछताछ की. उनसे पहाड़गंज थाने में पूछताछ हुई. इसके बाद जब वह थाने से बाहर निकले तो उनके समर्थकों ने जय भीम के नारे लगाए. वहीं सीएम अरविंद केजरीवाल द्वारा बचाव न करने के सवाल पर आप विधायक ने कहा- मैं हर कुर्बानी के लिए तैयार हूं, मैं वकील हूं. मैं बेरोजगार नहीं होऊंगा. मेरा समाज मेरे साथ खड़ा है, मुझे किसी की जरूरत नहीं.

Advertisement

आप विधायक राजेंद्र ने कहा कि अगर जातिविहीन समाज नहीं बना तो 10000 लोग ही नहीं, करोड़ों लोग बौद्ध धर्म से जुड़ेंगे. मैंने अम्बेडकरवादी राजनीति को चुना है. मैं झुकूंगा नहीं. मैं अपने समुदाय से सलाह लेने के बाद अपना रास्ता खुद चुन सकता हूं. 

राजेंद्र पाल गौतम ने बताया कि मुझसे पूछा गया कि क्या अंबेडकर भवन में ली गईं 22 प्रतिज्ञाएं आज भी प्रासंगिक हैं? मैंने उन्हें जवाब में हाथरस जैसे दलितों के खिलाफ जैसी हिंसा के उदाहरणों का हवाला दिया. उन्होंने कहा कि दलितों का जाति के आधार पर शोषण किया जा रहा है. मेरा मानना ​​है कि आम्बेडकर की 22 प्रतिज्ञाएं तब तक प्रासंगिक रहेंगी, जब तक जातिगत भेदभाव, जाति के नाम पर शोषण-अस्पृश्यता खत्म नहीं हो जातीं.

आप विधायक महर्षि वाल्मीकि जयंती के कार्यक्रम में शामिल हुए
आप विधायक महर्षि वाल्मीकि जयंती के कार्यक्रम में शामिल हुए

वाल्मीकि जयंती कार्यक्रम में शामिल हुए राजेंद्र पाल

Advertisement

राजेंद्र पाल गौतम ने मंगलवार को अपने आवास पर महर्षि वाल्मीकि की जयंती का कार्यक्रम का आयोजन किया था. पूछताछ के बाद वह सीधे कार्यक्रम में पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि बहुजन महापुरुषों की विचारधारा पर सामाजिक परिवर्तन का आंदोलन लगातार जारी रहेगा. देश में वर्णव्यवस्था व छुआछूत का अंत ही मेरा लक्ष्य है.

दिल्ली पुलिस की ओर से राजेंद्र पाल गौतम को पूछताछ के लिए पहले नोटिस जारी किया गया था, जिसमें कहा गया था कि 5 अक्टूबर को नई दिल्ली के अंबेडकर भवन में हुए एक कार्यक्रम में कुछ शब्द कहे गए जिनसे जनता की भावनाओं को गहरा धक्का लगा है. इस कार्यक्रम में आप भी मौजूद थे. दिल्ली पुलिस की ओर से ये भी कहा गया है कि इस मामले में लिखित शिकायतें मिली हैं जिनके आधार पर मामले की जांच की जा रही है. नोटिस में यह भी कहा गया था कि अगर समय पर नहीं पहुंचे तो ये मान लिया जाएगा कि इस मामले में आपको अपना पक्ष नहीं रखना है और इसके बाद कानून के मुताबिक आगे की कार्रवाई की जाएगी.

राजेंद्र पाल ने मामले को गुजरात चुनाव से जोड़ा

दिल्ली पुलिस की नोटिस मिलने के बाद राजेंद्र पाल गौतम ने आजतक से बात करते हुए कहा कि अगर मेरी गिरफ्तारी हुई तो बीजेपी को मिठाई भेजूंगा. उन्होंने कहा कि पुलिस की पूछताछ के दौरान संविधान में दर्ज 22 शपथ भी दिखाऊंगा. दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने आरोप लगाया कि पूरा मामला गुजरात चुनाव से जुड़ा है. गुजरात चुनाव में बीजेपी हार रही है.

Advertisement

राजेंद्र पाल को मंत्री पद से देना पड़ा था इस्तीफा

हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाने के मुद्दे ने तूल पकड़ा तो राजेंद्र पाल गौतम ने दिल्ली की अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था. राजेंद्र पाल गौतम ने इसे लेकर सफाई देते हुए कहा था कि 14 अक्टूबर 1956 को बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने छुआ-छूत के विरोध में बौद्ध धर्म की दीक्षा ली थी और 22 प्रतिज्ञा ली थी.

राजेंद्र पाल गौतम ने ये भी कहा था कि हर साल लोग बौद्ध धर्म की दीक्षा लेते समय ये प्रतिज्ञा दोहराते हैं. पीएम मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने ये प्रतिज्ञा डॉक्टर अंबेडकर लाइफ एंड स्पीचेज में छपवाया भी है. उन्होंने कहा था अंबेडकर के रास्ते पर चलने वाला आदमी हूं और किसी की भावनाओं को कभी आहत नहीं कर सकता. हर धर्म के प्रति मेरी आस्था है.

Advertisement
Advertisement