दिल्ली के तीन राज्य सभा उम्मीदवारों के नामों पर एक महीने से चल रही चर्चा अब खत्म हो गई है. आम आदमी पार्टी ने बुधवार की दोपहर विधायकों और पीएसी की बैठक के बाद संजय सिंह, नारायण दास गुप्ता और सुशील गुप्ता के नाम पर मुहर लगा दी. टिकट काटे जाने के बाद पार्टी के नेता और राज्यसभा जाने का सपना देख रहे कुमार विश्वास ने पार्टी पर आरोप लगा दिया कि सर्जिकल स्ट्राइक और नोटबंदी जैसे मसलों पर सच बोलने के चलते उन्हें सजा मिली है.
इस दौरान सबसे दिलचस्प तस्वीर देखने को मिली पार्टी के मुखिया और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर जहां राज्यसभा की तीनों उम्मीदवारों के ऐलान के बाद जब विधायकों से पूछा गया कि आखिर राज्यसभा जाने वाले वो 3 चेहरे कौन हैं. कई विधायकों ने कहा कि वे पार्टी द्वारा तय किए गए नाम पर सहमत हैं, लेकिन जब यही सवाल अलका लांबा से किया गया, तो उन्होंने इतना ही कहा कि वह संजय सिंह को बधाई देना चाहती हैं.
अलका लांबा से दो बार वही सवाल पूछा गया कि एनडी गुप्ता और सुशील गुप्ता के बारे में उनका क्या ख्याल है, इस पर पार्टी विधायक ने चुप्पी बनाए रखी और फिर संजय सिंह को ही बधाई दी. ज़ुबान और तेवर इशारा कर रहे थे कि पार्टी विधायक टिकट के इस फैसले से शायद खुश नहीं हैं.
अलका लांबा के बाद कई और विधायक बाहर निकले. सोमनाथ भारती जैसे कई विधायकों ने तो कुछ भी बोलने से ही मना कर दिया. जो विधायक कैमरे के सामने आए, उसमें सौरभ भारद्वाज ने पार्टी की प्रेस कॉन्फ्रेंस की भाषा ही बोली. जब विधायकों से पूछा गया कि आखिर एनडी गुप्ता और सुशील गुप्ता हैं कौन, तो उनसे जवाब देते ही नहीं बना. कुछ ने सवाल के जवाब में कह दिया कि उन्हें जानते हैं और कुछ बस टूटी-फूटी भाषा में ही जवाब देकर खिसकने लगे.