आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने संसद में कहा कि देश में बुजुर्गों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. बुजुर्गों को अकेले छोड़ने के मामले में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने कहा कि एक सर्वेक्षण के अनुसार देश में आज हर चौथा बुजुर्ग अकेला रहने को मजबूर है. बुजुर्ग हमारे देश की संपत्ति हैं. इसलिए मेरी केंद्र सरकार से मांग है कि बुजुर्गों और माता-पिता को छोड़ने और उनके साथ मारपीट से बचाव हेतु सकारात्मक प्रावधान लाया जाए और बुजुर्गों के सामाजिक और आर्थिक हित को सुनिश्चित किया जाए.
'जेल बजट तो बढ़ा देते...', संसद में बोले संजय सिंह, सभापति धनखड़ ने भी ली चुटकी
संजय सिंह ने संसद में बजट पर चर्चा के दौरान अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी से लेकर डीयू में मनु स्मृति की पढ़ाई तक, सरकार को खूब घेरा. सरकार पर नेताओं की गिरफ्तारी के आरोप और मनु स्मृति की पढ़ाई को लेकर संजय सिंह के बयान पर सभापति जगदीप धनखड़ ने आपत्ति भी जताई.
जेल बजट को लेकर संजय सिंह की मांग पर सभापति ने चुटकी भी ली. आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद ने बजट की खामियों को गिनाते हुए कहा कि इन लोगों ने तो जेल के बजट में भी कटौती कर दी है. जेल का बजट तो बढ़ा देते. उन्होंने कहा कि अभी हम जेल से आए हैं, कल आपको जेल में जाना है. इस पर चुटकी लेते हुए सभापति धनखड़ ने नेता सदन से संजय सिंह की मांग पर ध्यान देने के लिए कहा.
संजय सिंह ने सरकार पर आरोप लगाया कि आपने दिल्ली के मुख्यमंत्री को, शिक्षा मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री को जेल में रखा है. बंगाल के तीन-तीन मंत्रियों को जेल में रखा है. संजय सिंह के इस बयान पर आपत्ति जताते हुए जगदीप धनखड़ ने कहा कि ये देश कानून से चलता है. गिरफ्तारी पुलिस करती है और कोर्ट व्यक्ति को जेल भेजती है. इस देश में कोई भी किसी भी पद पर हो, वह जेल में है तो ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट की ओर से रिमांड लेटर पर है. माननीय सदस्य का बयान गलत है. उन्होंने संजय सिंह से कहा कि आप तो अनुभवी हैं. आप जब गए जेल तो शुरू में तो एजेंसी का रोल था, लेकिन इसके बाद मजिस्ट्रेट का रोल है.