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भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरीं BJP मेयर के घर को AAP पार्षदों ने घेरा

AAP के पार्षदों ने भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी उत्तरी दिल्ली की मेयर प्रीति अग्रवाल के घर का घेराव किया. सोमवार सुबह 11 बजे आम आदमी पार्टी के तीनों एमसीडी के पार्षद और नेता विपक्ष तिमारपुर स्थित मेयर आवास पहुंचे और मेयर प्रीति अग्रवाल के इस्तीफे की मांग करते हुए प्रदर्शन किया.

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बीजेपी मेयर प्रीति अग्रवाल के घर के बाहर प्रदर्शन करते AAP पार्षद
बीजेपी मेयर प्रीति अग्रवाल के घर के बाहर प्रदर्शन करते AAP पार्षद

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आम आदमी पार्टी (AAP) के पार्षदों ने भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी उत्तरी दिल्ली की मेयर प्रीति अग्रवाल के घर का घेराव किया. सोमवार सुबह 11 बजे आम आदमी पार्टी के तीनों एमसीडी के पार्षद और नेता विपक्ष तिमारपुर स्थित मेयर आवास पहुंचे और मेयर प्रीति अग्रवाल के इस्तीफे की मांग करते हुए प्रदर्शन किया. इसमें तीनों एमसीडी के नेता विपक्ष और पार्षदों के अलावा एल्डरमैन और पार्टी कार्यकर्ता शामिल थे.

AAP के पार्षद हाथों में बैनर-पोस्टर लेकर नारेबाजी की और मेयर प्रीति अग्रवाल के इस्तीफे की मांग की. इस मौके पर AAP नेता दिलीप पांडे ने BJP पर आरोप लगाया कि एमसीडी पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर जिस तरह से बीजेपी आलाकमान खामोश है, उससे लगता है कि टेंडर प्रक्रिया में जो कमीशनखोरी होती है, उसका हिस्सा उन्हें भी मिलता है.

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आम आदमी पार्टी के पार्षद और उत्तरी दिल्ली नगर निगम में नेता विपक्ष राकेश कुमार ने कहा कि यह कैसे संभव हो सकता है कि निगम के अंदर आने वाला विजिलेंस ही उनके खिलाफ जांच करे. जो विजिलेंस कमिश्नर सीधा मेयर  के आधीन काम करता है, वो अफसर कैसे उनके खिलाफ स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच कर सकता है? आम आदमी पार्टी ने मांग की कि इस मामले की स्वतंत्र जांच कराई जाए और मेयर प्रीति अग्रवाल को उनके पद से तुरंत हटाया जाए. राकेश कुमार ने मामले की सीबीआई जांच कराने की भी मांग की है.

क्या है पूरा मामला

सुप्रीम कोर्ट के एक वकील की शिकायत पर दिल्ली के उप राज्यपाल ने उत्तरी दिल्ली की मेयर प्रीति अग्रवाल के खिलाफ भ्रष्टाचार मामले में विजिलेंस जांच के आदेश दिए हैं. मेयर पर सिस्टम को अपने तरीके से मरोड़ने की कोशिश करने और टेंडर प्रक्रिया में दखल देने का आरोप है. मेयर प्रीति अग्रवाल पर टेंडर प्रक्रिया की मीटिंग में जबरदस्ती घुसकर बैठक को अस्त-व्यस्त करने और नियम-कानूनों को ताक पर रखकर टेंडर के कागज अपने पास मंगवाने का भी आरोप है.

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