आम आदमी पार्टी के विधायकों की सैलरी के बाद नेताओं ने पार्षदों की सैलरी बढ़ाने की आवाज़ भी बुलंद कर दी है. 'आप' नेता का ये दावा चौंकाने वाला है कि पब्लिक सर्वेंट की सैलरी बढ़ाई जाए तो वो ईमानदारी से काम करेगा. एक उम्मीदवार या पार्षद के लिए सैलरी कितनी ज़रूरी है ये समझने के लिए आज तक की टीम ने ऐसे लोगों से बातचीत की है, जो नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी की उम्मीदवारी के लिए आवेदन कर रहे हैं.
AAP के लिए आए 10 हजार आवेदन
दरअसल इस बातचीत का मकसद ये जानना भी है कि आखिर 10 हजार से ज्यादा लोग किस वजह से एक ऐसी पार्टी का टिकट पाना चाहते हैं, जो दिल्ली की सत्ता में बैठी हुई है. दिल्ली में नगर निगम चुनाव के लिए
आम आदमी पार्टी से टिकट पाने वालों का आंकड़ा 10 हजार के पार जा चुका है. पूर्वी दिल्ली के लिए 2 हजार 902, उत्तरी दिल्ली के लिए 3 हजार 5 सौ 33, दक्षिण दिल्ली के लिए 3 हजार 6 सौ 73 लोगों ने आवेदन
किया है. आपको बता दें कि 272 सीटों पर उम्मीदवारों की फाइनल लिस्ट अरविंद केजरीवाल के बंगलुरु से लौटने के बाद तय की जाएगी.
पार्षद का चुनाव लड़ने के लिए छोड़ी बैंक की नौकरी
आम आदमी पार्टी के टिकट के लिए लाजपत नगर के वार्ड 57-S को हाल ही में परिसीमन के बाद जनरल सीट घोषित किया गया है, जो विधानसभा जंगपुरा का हिस्सा है. यहां से आवेदक आनंद मिश्रा लाजपत नगर
में किराए के एक मकान में पिछले 4 साल से रह रहे हैं और फिलहाल पार्टी के एक कार्यकर्ता भी हैं. आनंद मिश्रा के परिवार में उनकी पत्नी और 2 बच्चे हैं. दिसंबर 2016 तक आनंद मिश्रा, कोटक महिंद्रा बैंक में
मैनेजर थे लेकिन पार्षद का चुनाव लड़ने के लिए इस्तीफा देकर पूरी तरह से राजनीति में आ चुके हैं. नौकरी छोड़कर राजनीति में आने के सवाल पर आनंद मिश्रा ने कहा कि वो पार्षद की सैलरी में अपना परिवार चला
लेंगे लेकिन साथ ही उन्होंने पार्षदों की सैलरी बढ़ाने का समर्थन भी किया.
विधायकों की तरह बढ़े पार्षदों की सैलरी
लाजपत नगर के 57-S वार्ड से ही आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता अभिषेक ने भी आवेदन किया है. अभिषेक बिहार के रहने वाले हैं और पिछले 5 साल से लाजपत नगर में रह रहे हैं. गुडगांव की एक रियल स्टेट
कंपनी में मैनेजर के पद पर काम कर रहे हैं. अगर ये टिकट फाइनल हो जाता है तो नौकरी से इस्तीफा देकर चुनाव लड़ने की तैयारी करेंगे. अभिषेक लाजपत नगर में एक किराए के मकान में अपनी मां, छोटे भाई, और
बहन के साथ रहते हैं. राजनीति में आने के बाद घर खर्च के सवाल पर अभिषेक का कहना है कि उनका छोटा भाई जॉब करता है और उन्हें अपने परिवार का पूरा समर्थन मिला हुआ है. अभिषेक का भी मानना है कि
विधायकों की तरह पार्षदों की सैलरी भी बढ़नी चाहिए.
भावना वशिष्ठ ने जंगपुरा के 2 वार्डों से आम आदमी पार्टी का टिकट पाने के लिए आवेदन किया है. आपको जानकर हैरानी होगी कि वार्ड 57-S लाजपत नगर से 10 लोगों ने और 55-S वार्ड दरियागंज जो महिला सीट है से आम आदमी पार्टी की 11 महिलाओं ने टिकट के लिए आवेदन किया है. भावना वशिष्ठ के पति सरकारी मुलाज़िम हैं और वो अपने 2 बच्चे के साथ ख़ुद के मकान में पिछले 14 सालों से रह रहीं हैं. 10 हजार आवेदनों के बीच अपनी दावेदारी के सवाल पर भावना वशिष्ठ का कहना है कि टिकट उन्हें ही मिलेगा. उनका कहना है कि पार्षद को मिलने वाली सैलरी अगर कम पड़ी तो अपनी जेब से रुपये खर्च करने से पीछे नहीं हटेंगी.