आम आदमी पार्टी (AAP) ने बीजेपी को सरकार बनाने के लिए न्यौता देने की अनुमति मांगने वाला पत्र राष्ट्रपति को लिखने के लिए उपराज्यपाल नजीब जंग को आड़े हाथ लिया है. AAP ने सवाल किया कि उन्होंने बीजेपी से समर्थन देने वाले विधायकों के पत्र दिखाने के लिए क्यों नहीं कहा? AAP ने कहा कि जब उनकी पार्टी ने सरकार बनाई थी, तब जंग ने उनसे कहा था कि वह संख्याबल दिखाएं, लेकिन उन्होंने अभी तक बीजेपी से यह नहीं कहा है.
आम आदमी पार्टी ने नई दिल्ली में एक बयान में कहा, ‘बीते साल दिसंबर में जब AAP के सरकार गठन की बात सामने आयी तो जंग ने समर्थन पत्र पर जोर दिया था. जंग ने AAP से तभी मुलाकात की थी, जब उसके पास 70 सदस्यीय विधानसभा में कम से कम 36 विधायकों के समर्थन के पत्र थे.’ AAP ने कहा, ‘वही मापदंड बीजेपी के लिए क्यों नहीं अपनाए गए? बीजेपी से क्यों नहीं पूछा गया कि वह समर्थन पत्र पेश करें कि उन्हें कितने विधायक समर्थन कर रहे हैं? क्या आपने बीजेपी को सरकार गठन के दावे की मूल जरूरत से बचाना तय किया है, जबकि इसी विधानसभा में बीजेपी संख्या बल नहीं होने का हवाला देते हुए आपकी पेशकश ठुकरा चुकी है?’
दिसंबर 2013 के चुनाव के बाद उपराज्यपाल नजीब जंग ने बीजेपी को सरकार बनाने के लिए निमंत्रित किया था, लेकिन पार्टी ने संख्या बल नहीं होने का हवाला देते हुए इससे इनकार कर दिया था. AAP ने जंग की इस दलील पर सवाल उठाए कि और कहा कि बीजेपी इस वर्ष फरवरी में तब भी सबसे बड़ी पार्टी थी, जब अरविंद केजरीवाल ने त्यागपत्र दिया था. AAP ने कहा, ‘आपने तब बीजेपी को सरकार बनाने के लिए क्यों नहीं बुलाया? आपने इसके लिए सात महीने क्यों इंतजार किया? आपने इस रास्ते पर तब विचार क्यों नहीं किया?’
AAP ने कहा, ‘सरकार गठन की संभावना का पता लगाना आपका (उपराज्यपाल का) कर्तव्य है, लेकिन क्या यह सुनिश्चित करना आपका कर्तव्य नहीं है कि किसी की भी सरकार अनैतिक तरीके से ना बने? एक संवैधानिक पद पर आसीन रहते हुए आप (नजीब जंग) असंवैधानिक तरीके से कोई सरकार कैसे बनने देंगे, जिसका सबूत आपको पहले ही दिया जा चुका है?’