scorecardresearch
 

AAP ट्रेड विंग ने मनोज तिवारी को लिखा पत्र, कहा- नमक छिड़कने के बजाए दें राहत

मनोज तिवारी ने कहा कि मैं बहुत तकलीफ में हूं, क्योंकि जिस तरह से गरीब लोगों के घर सील किये जा रहे हैं वो दुखद है, इसलिए मैं चुप बैठने वाला नहीं हूं. बीजेपी सांसद मनोज तिवारी का कहना है कि मैं सांसद हूं, मैं ऐसे कानून को नहीं मानता जो गरीब को परेशान करे.

Advertisement
X
मनोज तिवारी (फाइल फोटो)
मनोज तिवारी (फाइल फोटो)

Advertisement

दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी द्वारा उत्तर-पूर्वी दिल्ली में एक डेरी की सील तोड़ने के मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया है. आम आदमी पार्टी की ट्रेड विंग ने सोमवार को एक पत्र लिखते हुए मनोज तिवारी से कहा कि वह सीलिंग के मुद्दे पर गंभीरता दिखाएं और यहां के दुकानदारों को स्थाई समाधान दिलाएं.

'आप' ट्रेड विंग के दिल्ली प्रदेश संयोजक बृजेश गोयल ने सांसद व दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी को फिल्मी स्टंटबाज़ तक कह दिया है. गोयल का कहना है कि मनोज तिवारी की पृष्ठभूमि फिल्मी रही है लेकिन अब वह सांसद हैं और उन्हें रील लाइफ और रीयल लाइफ के बीच का अंतर अच्छे से मालूम होना चाहिए.

आम आदमी पार्टी ट्रेड विंग की ओर से एक पत्र लिखकर मनोज तिवारी से यह आग्रह किया गया है कि वह सीलिंग से त्रस्त दिल्ली के व्यापारियों के दर्द पर नमक छिड़कने के बजाए राहत दें, उन्हें इस मुद्दे पर गंभीरता दिखानी चाहिए. क्या उन्हें लगता है कि महज एक दुकान या मकान की सील तोड़ने से समूची दिल्ली के व्यापारियों को राहत मिल जाएगी? अगर हां तो फिर उन्हें आगे आते हुए दिल्ली की उन सभी दुकानों व ऑफिसों की सील भी तोड़नी चाहिए, जो पिछले महीनों में सील की गई हैं.

Advertisement

पत्र का जवाब मांगते हुए ट्रेड विंग ने आगे लिखा है कि एमसीडी में बीजेपी काबिज है और केंद्र में भी. इतना होते हुए भी मनोज तिवारी कोई स्थायी व कानूनी समाधान दिलाने के बजाए सील तोड़कर गैर कानूनी तरीका अपनाते हुए पूरे मामले को बिगाड़ने का काम कर रहे हैं. लगभग 7 महीने पहले दिल्ली के व्यापारी उनसे मिले थे और सीलिंग से राहत दिलाने की मांग की थी, तब उन्होंने आश्वासन दिया था लेकिन किया कुछ नहीं.

Advertisement
Advertisement