महिला सुरक्षा को लेकर आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार पर हल्ला बोलने की ठान ली है. मंगलवार 26 जुलाई को आम आदमी पार्टी की सभी महिला विधायक के अलावा, यूथ और महिला विंग, गृहमंत्री राजनाथ सिंह के घर जाएंगी. आम आदमी पार्टी का कहना है कि ये एक तरह का प्रदर्शन होगा क्योंकि पार्टी ने गृहमंत्री से मुलाकात के लिए कोई अपॉइंटमेंट नहीं लिया है.
देश की राजधानी में बलात्कार और छेड़छाड़ के मामले बढ़ते जा रहे हैं. दूसरी तरफ महिलाओं को सुरक्षा देने का वादा करने वाले राजनीतिक दल महज आरोप प्रत्यारोप करते नजर आ रहे हैं. आम आदमी पार्टी ने हाल ही में बच्चियों के साथ हुई बलात्कार की घटनाओं का हवाला देते हुए कहा कि दिल्ली के अंदर अपराधियों के हौसले बढ़ रहे हैं. आप नेता दिलीप पांडेय ने आरोप लगाते हुआ कहा कि 'दिल्ली पुलिस शहर में कोई ऐसा कदम उठाते नहीं दिख रही है, जो अपराधियों को काबू कर सके.'
हालांकि आम आदमी पार्टी ने सत्ता में आने से पहले महिला सुरक्षा के बड़े बड़े वादे किए थे. केजरीवाल सरकार सीसीटीवी इंस्टॉल करने, महिला गार्ड तैनात करने, डार्क स्पॉट ठीक करने का दावा करती है लेकिन जमीनी स्तर पर कुछ ठोस नजर नहीं आता है. दूसरी तरफ मोदी सरकार और केजरीवाल सरकार के बीच चल रहे झगड़े की वजह से महिला सुरक्षा का मुद्दा ठंडे बस्ते में जाता दिख रहा है. फिलहाल आम आदमी पार्टी बिना अपॉइंटमेंट के गृहमंत्री राजनाथ सिंह के घर जाने की तैयारी में है, वो भी ये आरोप लगाते हुए कि केंद्र सरकार महिला सुरक्षा के मामले को नजरंदाज कर रही है.