आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उनके एक कार्यकर्ता ने बेहोशी में जब पानी मांगा तो उसे पेशाब पिलाने की कोशिश की गई.
केजरीवाल ने आरोप लगाया कि गैंगरेप के एक मामले में एफआईआर दर्ज कराने की मांग को लेकर गए पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ गोकुलपुरी पुलिस थाने में हुए दुर्व्यवहार किया गया. इतना ही नहीं कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट भी की गई.
केजरीवाल ने कहा, 'एक कार्यकर्ता को इतना मारा गया कि वो मूर्छित हो गया. जब उसे होश आया तो उसने पुलिस से पानी मांगा. एक पुलिस वाले ने अपनी पैंट खोलकर उसे पेशाब पिलाने की कोशिश की. ऐसी है दिल्ली पुलिस!'
केजरीवाल ने कहा, ‘पुलिस ने हमारे कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया क्योंकि पहले भी हमने रेप के कई मामलों में उन्हें कार्रवाई करने के लिए मजबूर किया है. पीड़ितों को मुआवजे और समुचित जांच के लिए न्यायिक हस्तक्षेप की मांग करते हुए हम इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करेंगे.’
उन्होंने कहा, ‘एक महिला के साथ गैंगरेप मामले में एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग को लेकर हमारे कार्यकर्ता गोकुलपुरी पुलिस थाने के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे. एफआईआर दर्ज करने के स्थान पर पुलिसकर्मियों ने निर्ममतापूर्वक उनकी पिटाई की और फर्जी आरोपों में 18 लोगों को गिरफ्तार कर लिया.’
उन्होंने कहा कि जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया, उनमें तीन नाबालिग लड़कियां हैं. इनमें एक लड़की बिट्टू रावत भी है जिसे एक एसीपी ने पांच वर्षीय लड़की से रेप मामले में विरोध प्रदर्शन के दौरान थप्पड़ मारा था. केजरीवाल के साथ आप के वह कार्यकर्ता भी थे जिनके साथ पुलिस ने कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया. ये कार्यकर्ता अभी जमानत पर हैं. कुछ के शरीर पर चोट के निशान थे.
17 वर्षीय रावत ने कहा, ‘हम उनसे रेप मामले में एफआईआर दाखिल करने के लिए कह रहे थे लेकिन उन्होंने हमारे साथ मारपीट की और दुर्व्यवहार किया. यहां तक कि पुरुष पुलिस अधिकारियों ने लड़कियों से दुर्व्यवहार किया.’