गूगल की नौकरी छोड़ आम आदमी पार्टी (AAP) से जुड़ने वाली पार्षद निशा सिंह से 'वर्दी वालों' ने बदसलूकी की. गुड़गांव में शनिवार को उन्हें गिरफ्तार करने से पहले पुलिस ने कथित रूप से उनसे मारपीट की और उन्हें बालों से पकड़कर खींचा.
वह कार्यकर्ताओं के साथ हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HUDA) की ओर से झुग्गियां ढहाए जाने के खिलाफ प्रदर्शन कर रही थीं. बताया जाता है कि इस प्रदर्शन ने हिंसक रूप अख्तियार कर लिया जिसके बाद पुलिस ने निशा को गिरफ्तार कर लिया. तब से वह जेल में ही हैं और उनकी जमानत याचिका नामंजूर कर दी गई है.
अस्पताल ले जाने की गुहार लगा रही थीं निशा
चश्मदीदों ने पुलिस पर निशा समेत कई महिलाओं को बर्बरता से पीटने का आरोप लगाया है. बताया जाता है कि चोट लगने के बाद निशा खुद को अस्पताल ले जाने की गुहार लगाती रहीं, इसके बावजूद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. निशा की गिरफ्तारी इसलिए और भी संदेहास्पद हो गई है क्योंकि AAP ने पुलिस पर कई कांग्रेस नेताओं को बख्शने का आरोप लगाया है जो इस विरोध प्रदर्शन का हिस्सा थे.
हत्या की कोशिश और दंगे का केस दर्ज
निशा और नौ अन्य लोगों पर दंगा करने और हत्या की कोशिश करने जैसे संगीन मुकदमे लगाए गए हैं. AAP सूत्रों के मुताबिक, निशा पुलिस की जबरन कार्रवाई का मोबाइल से वीडियो बनाने की कोशिश कर रही थीं, इसी के बाद उन पर हमला किया गया.
बताया जाता है कि शनिवार रात उन्हें जज के सामने पेश किए जाने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया. निशा लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से ग्रेजुएट हैं और उन्होंने पिछले साल आम आदमी पार्टी ज्वॉइन की थी.