अरविंद केजरीवाल के दिल्ली लौटने के बाद मंगलवार को आम आदमी पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) की बैठक हुई. इसमें वरिष्ठ नेता योगेंद्र यादव, प्रशांत भूषण के साथ सुलह समझौते की प्रक्रिया पर चर्चा हुई, साथ ही पार्टी के दिल्ली के बाहर विस्तार के लिए काम करने का फैसला किया.
यह बैठक केजरीवाल के कौशांबी स्थित घर पर हुई. बैठक में नीतिगत निर्णय की प्रक्रिया में कार्यकर्ताओं की भागीदारी बढ़ाने का भी फैसला किया गया. पीएसी की बैठक के बाद योगेंद्र यादव ने ट्वीट करके पार्टी के फैसले का स्वागत किया और संकेतों में एकजुटता का संदेश देने की कोशिश की.
Welcome PAC's statement to expand the organisation nationally & to consider contesting elections outside Delhi.
Step in the right direction.
— Yogendra Yadav (@AapYogendra) March 17, 2015
PAC's
decision to involve volunteers in party's decision-making recognizes Swaraj within the party. Looking forward to detailed
blueprint.
— Yogendra Yadav (@AapYogendra) March 17,
2015
'आप' सूत्रों ने बताया कि केजरीवाल तथा अन्य वरिष्ठ नेताओं ने विरोधी धड़ों के बीच तीखी टकराहट के चलते पार्टी की छवि प्रभावित होने पर चिंता जाहिर की जो पिछले दो सप्ताह में
खुलकर सामने आ चुकी है. वरिष्ठ पार्टी नेता संजय सिंह ने दो घंटे चली बैठक के बाद बताया, 'हमने पार्टी में हालात को सामान्य बनाने के लिए पहले ही काम शुरू कर दिया है. हम पहले
ही यादव से मिल चुके हैं तो हमने एक कदम आगे बढ़ाया है.'हालांकि उन्होंने भूषण द्वारा आशीष खेतान से मिलने से इनकार करने संबंधी सवाल का जवाब देने से बचते हुए कहा, 'उन्होंने बात करने से इनकार नहीं किया है.' पिछले कुछ सप्ताह से आप अंदरूनी संकट में फंसी हुई थी, जहां दोनों धड़ों के नेताओं ने एक दूसरे के खिलाफ आरोप प्रत्यारोप लगाए थे.
सिंह ने बताया कि पीएसी ने अन्य राज्यों में भी पार्टी को विस्तार देने का फैसला किया. इस मुद्दे को लेकर यादव को आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा था, जिन्होंने कुछ अन्य राज्यों में पार्टी का विस्तार किए जाने का समर्थन किया था.
सिंह ने कहा, 'पार्टी का विस्तार होगा. अन्य राज्यों में अपने संगठन को मजबूत करने के लिए काम करेंगे. किन राज्यों में पार्टी को चुनाव लड़ना चाहिए , इसका फैसला केवल उन राज्यों में राजनीतिक क्षमता और नेतृत्व को देखकर किया जाएगा.' स्वयंसेवकों पर अधिक बल देते हुए सिंह ने कहा कि पार्टी उन्हें फैसले लेने की प्रक्रिया में शामिल करेगी और इसके लिए एक समिति गठित की जाएगी.
उन्होंने बताया, 'पार्टी देश में सक्रिय स्वयंसेवकों की एक सूची तैयार करेगी. उन्हें संगठन के फैसले लेने में महत्व दिया जाएगा और हमने यह देखने के लिए भी एक समिति गठित करने का फैसला किया है कि स्वयंसेवकों की भागीदारी कैसे बढ़ायी जाए.' केजरीवाल के बंगलुरु में अपनी पुरानी खांसी और मधुमेह का 12 दिन तक प्राकृतिक उपचार कराकर बीती रात यहां लौटने के बाद से ही सुलह समझौते की कवायद ने जोर पकड़ लिया था.
केजरीवाल के वफादार माने जाने वाले संजय सिंह , कुमार विश्वास, आशुतोष और आशीष खेतान ने बीती देर रात यादव से मुलाकात की थी और कई विवादास्पद मुद्दों पर चर्चा की थी. दोनों खेमों ने वार्ता को सकारात्मक बताया था. एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि केजरीवाल ने उन्हें बातचीत के रास्ते खोलने का निर्देश दिया था, क्योंकि वह संघर्ष को लेकर पार्टी का नाम खराब होने को लेकर व्यथित थे.
इनपुट: भाषा