आरुषि-हेमराज मर्डर केस में तलवार दंपत्ति पर शक और गहरा गया है. सीबीआई के जांच अधिकारी ए जी एल कौल ने आज गाजियाबाद में कोर्ट में बयान दिया है कि इस हत्याकांड में विजय मंडल, राजकुमार और कृष्णा का कोई हाथ नहीं था. हत्या के लिए जांच अधिकारी ने तलवार दंपत्ति की तरफ उंगली उठाई है.
सीबीआई ने कोर्ट में कहा कि सबूत यही इशारा करते है कि राजेश तलवार और नूपुर तलवार ने ही आरुषि-हेमराज का कत्ल किया. अधिकारी के मुताबिक घर में किसी तीसरे शख्स की मौजूदगी के कोई सबूत नहीं मिले हैं और वहां तलवार दंपति के अलावा कोई और मौजूद नहीं था.
सीबीआई के जांच अधिकारी ए जी एल कौल ने कोर्ट में बताया, 'जांच के बाद हम इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि आरुषि और हेमराज का कत्ल किसी बाहरी शख्स ने नहीं किया और न ही इस वारदात में तीनों नौकर शामिल हैं. '
उन्होंने कहा कि राजेश और नूपुर तलवार ने ही इस वारदात को अंजाम दिया. अदालत को कौल ने ये भी बताया कि मौका-ए-वारदात पर जाकर उन्होंने जो कुछ भी देखा उससे यही पता चलता है कि कोई भी बाहरी व्यक्ति आकर इस वारदात को अंजाम नहीं दे सकता.
इससे पहले फॉरेंसिंक एक्सपर्ट ने भी कोर्ट में हत्या के सिलसिले में घर के ही किसी व्यक्ति की तरफ इशारा किया था. गौरतलब है कि आरुषि की हत्या 16 मई 2008 को हुई थी.