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आरुषि मर्डर केसः बहस पूरी, फैसला 25 नवंबर को

नोएडा के चर्चित आरुषि तलवार मर्डर केस में फैसले की घड़ी नजदीक आ गई है. गाजियाबाद के सीबीआई कोर्ट में आरुषि-हेमराज डबल मर्डर केस में दोनों पक्षों की बहस पूरी हो गई है. अब कोर्ट अपना फैसला 25 नवंबर को सुनाएगा.

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आरुषि-हेमराज हत्याकांड
आरुषि-हेमराज हत्याकांड

नोएडा के चर्चित आरुषि तलवार मर्डर केस में फैसले की घड़ी नजदीक आ गई है. गाजियाबाद के सीबीआई कोर्ट में आरुषि-हेमराज डबल मर्डर केस में दोनों पक्षों की बहस पूरी हो गई है. अब कोर्ट अपना फैसला 25 नवंबर को सुनाएगा.

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आपको बता दें कि आरुषि तलवार और हेमराज की हत्या मई 2008 में हुई थी. इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है. जांच एजेंसी ने आरुषि के पिता राजेश तलवार और माता नुपूर तलवार को मुख्य आरोपी बनाया है.

क्‍या हुआ था 16 मई 2008 की रात
इस मामले की जांच कर रहे सीबीआई के जांच अधिकारी ए.जी.एल. कौल ने जो ब्यौरा अदालत में दिया था वो रौंगटे खड़े करने वाला है. यह बताता है कि कैसे तलवार दंपति ने पूरे होशो-हवास में अपनी बेटी समेत दो जानें ली और फिर शातिराना तरीके से सबूत मिटाए.

सीबीआई के मुताबिक वारदात की रात 12 बजे डॉ.राजेश तलवार को आरुषि के कमरे से आवाज सुनाई दी. वो गए तो आरुषि और हेमराज को आपत्तिजनक हालत में पाया. इस पर गुस्से से पागल तलवार ने एक के बाद एक आरुषि और हेमराज पर गोल्फ स्टिक से कई वार किए. इस दौरान आरुषि की मौत हो गई और हेमराज बेहोश हो गया. इसके बाद तलवार दंपति ने हेमराज को छत पर ले जाकर उसका सर्जिकल ब्लेड से गला रेत दिया और नीचे आकर आरुषि का भी गला रेत दिया.

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सीबीआई के मुताबिक आरुषि की मां नूपूर ने भी सबूत मिटाने का काम किया. उन्होंने आरुषि के प्राइवेट पार्ट की सफाई की और फिर आरुषि को कपड़े पहनाए.

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