आरुषि-हेमराज हत्या मामले में बचाव पक्ष की अंतिम दलीलों पर मंगलवार को सीबीआई अदालत में सुनवाई होगी. बचाव पक्ष एक बार फिर से सीबीआई कोर्ट में अपने तर्क मजबूती से रखने की कोशिश करेगा.
लंबे समय से आरुषि मामले को लेकर कोई नतीजा नहीं निकल पाया हैऔर अभी तक इस दोहरे हत्याकांड में दोषियों का पता नहीं चला है. शक की सूई लगातार आरुषि के माता-पिता पर घूम रही है, लेकिन ये दंपति खुद को निर्दोष साबित करने में लगा है.
फिलहाल आज की सुनवाई इस केस को लेकर काफी महत्वपूर्ण है. राजेश और नुपूर तलवार के वकील मनोज सिसोदिया ने कहा कि एक वकील के निधन के कारण वकील संघ ने एक दिन के शोक की घोषणा की, जिसके कारण आरुषि-हेमराज हत्या मामले में अंमित दलीलें पेश करने की प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी.
गौरतलब है कि तलवार दंपति के एक अन्य वकील तनवीर अहमद मीर ने अभी तक गंभीर और अचानक उकसावे और 15-16 मई 2008 की रात में आरुषि के कमरे में हेमराज के मौजूद होने की थ्योरी पर निचली अदालत में दलीलें पेश की थी. बचाव पक्ष को सोमवार को गोल्फ क्लब के इस्तेमाल पर दलीलें पेश करनी थी, जिस थ्योरी का जिक्र सीबीआई ने किया है. इस थ्योरी में कहा गया है कि आपत्तिजनक अवस्था में देखने के बाद राजेश ने आरुषि और हेमराज के सिर पर वार किया.