आरुषि तलवार हत्या मामले में सीबीआई की अदालत के समक्ष गवाही देते हुए पूर्व फारेंसिक विज्ञान विशेषज्ञ ने कहा कि यह भी संभव है कि आरूषि एवं उसके घरेलू नौकर के गले पर पाये गये गहरे घावों के निशान खुखरी के प्रहार से आये हो.
एम्स के फारेंसिक विज्ञान के पूर्व संकाय प्रमुख डा. डी के शर्मा ने अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश श्यामलाल की अदालत को बताया कि आरुषि की पोर्स्टमार्टम रिपोर्ट में कटी हुई कारोटिड धमनी का उल्लेख है. उन्होंने कहा कि स्केलपेल (चिकित्सक छुरी) से इसे काटना कठिन है क्योंकि यह धमनी गले के काफी भीतर होती है.
शर्मा ने कहा कि खुखरी के एक प्रहार से गला भी काटा जा सकता है. राजेश एवं नुपूर तलवार के बचाव पक्ष की ओर से शर्मा चौथे गवाह हैं. उनका बयान मंगलवार को भी दर्ज किया जायेगा.