वरिष्ठ वकील HS फुल्का ने आम आदमी पार्टी (AAP) से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने गुरुवार शाम को दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल से मिलकर अपना इस्तीफा सौंपा.
फुल्का ने बताया, 'जब मैंने अपना इस्तीफा दिया, तो केजरीवाल ने मुझे पार्टी छोड़ने से मना किया, लेकिन मैंने केजरीवाल से कहा कि अब मैं पार्टी छोड़ने का मन बना चुका हूं. लिहाजा मेरा इस्तीफा स्वीकार कर लिया जाए.' हालांकि अभी तक उन्होंने आम आदमी पार्टी (AAP) छोड़ने की वजह नहीं बताई है. वो शुक्रवार शाम चार बजे प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में इसका ऐलान करेंगे. साथ ही फुल्का अपनी भविष्य की योजना के बारे में भी बताएंगे.
फुल्का के इस्तीफा को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए एक और बड़ा झटका माना जा रहा है. वहीं, इस बीच आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता और कवि कुमार विश्वास ने इशारों ही इशारों में ट्वीट कर तंज कसा है.
I have resigned from AAP & handed over resignation to Kejriwal ji today. Though he asked me not to resign but I insisted.
Will be briefing media tomorrow at 4pm at Press Club, Raisina Rd, New Delhi to explain the Reason of leaving AAP & my further plans.
— H S Phoolka (@hsphoolka) January 3, 2019
कुमार विश्वास ने लिखा कि एक और खुद्दार-शानदार योद्धा की ख़ामोश कुर्बानी मुबारक हो. अपनी स्वराज वाली बची-खुची एक आंख फोड़कर सत्ता के रीढ़विहीन 'अंधों का सरदार' बनना वीभत्स और कायराना है.
आत्ममुग्ध असुरक्षित बौने की निजी अंहकार मंडित नीचता के नाम एक और खुद्दार-शानदार योद्धा की ख़ामोश क़ुरबानी मुबारक हो ! अपनी स्वराज वाली बची-खुची एक आँख फोड़कर सत्ता के रीढ़विहीन “अंधों का सरदार” बनना वीभत्स और कायराना है 👎👎
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) January 3, 2019
इसके अलावा दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री और आम आदमी पार्टी के बागी नेता कपिल मिश्रा ने भी फुल्का के इस्तीफे को लेकर ट्वीट किया है. उन्होंने शायराना अंदाज में तंज कसते हुए लिखा, 'कारवां पूरा चला था जानिबे मंजिल मगर केजरीवाल के झूठ और धोखे से सब हटते गए.'
आपको बता दें कि पंजाब से आम आदमी पार्टी के विधायक और विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे एचएस फुल्का वही हैं, जिन्होंने अमृतसर धमाके को लेकर विवादित बयान दिया था. उन्होंने अमृतसर में निरंकारी समागम में हुए आतंकी हमले के लिए सेनाध्यक्ष विपिन रावत को जिम्मेदार बता दिया था.
फुल्का ने कहा था कि सेनाध्यक्ष विपिन रावत पंजाब में आकर बोल गए थे कि राज्य पर आतंकी हमले का खतरा है. हो सकता है कि उन्होंने ही अपने लोगों से निरंकारी समागम में धमाका करवाया हो, ताकि उनका बयान गलत साबित न हो. उनके इस बयान का जमकर विरोध हुआ था.