बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की. सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के खिलाफ केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश के मुद्दे पर नीतीश कुमार ने केजरीवाल को अपना समर्थन दिया. नीतीश कुमार ने कहा की चुनी हुई सरकार को जो अधिकार अदालत ने दिए हैं उसके खिलाफ केंद्र सरकार गैर कानूनी काम कर रही है.
वहीं बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि जहां बीजेपी की सरकार नहीं है वहां बीजेपी गैर भाजपा शासित राज्यों को परेशान कर रही है. नीतीश कुमार ने केजरीवाल की तारीफ करते हुए कहा कि वह अच्छा काम कर रहे हैं और ऐसे में इस मुद्दे को लेकर हम उन्हें अपना समर्थन दे रहे हैं. नीतीश कुमार ने कहा कि सब लोग एकजुट हों, ताकि संविधान का ये लोग अपने ढंग से इधर-उधर कर रहे हैं उसे रोकें.
नीतीश कुमार ने कहा, 'हम कोशिश कर रहे हैं ज्यादा से ज्यादा विपक्षी पार्टियों को एक साथ लाएं और मिलकर पूरे देश में अभियान चलाएंगे. लोगों के बीच विवाद पैदा करने की कोशिश की जा रही है उसे बंद करना चाहिए ताकि देश आगे बढ़े. हम हम केजरीवाल के साथ हैं पूरे तौर पर जो केजरीवाल कह रहे हैं वह सही कर रहे हैं'
मुलाकात के बाद अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह सभी पार्टियों से इस अध्यादेश के खिलाफ अपना समर्थन मांगेंगे और अगर राज्यसभा में इस कानून को हरा दिया जाता है तो 2024 का संकेत साफ हो जाएगा कि बीजेपी चुनाव हार रही है.
बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा, 'लोकतंत्र में चुनी हुई सरकार को अधिकार मिले हैं.गैर बीजेपी शासित राज्य में बीजेपी उन्हें परेशान कर रही हैं. अगर दिल्ली में बीजेपी की सरकार होती है तो क्या उपराज्यपाल की हिम्मत होती है ऐसा काम करने की? जितना ही अरविंद केजरीवाल को सताएंगे वह इतने ही मजबूत होंगे. दिल्ली में बीजेपी कभी भी वापसी नहीं करेगी.'
नीतीश कुमार के बाद 23 मई से केजरीवाल विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाकात की अपनी शुरुआत करेंगे, जिसकी शुरुआत पश्चिम बंगाल से होगी. 23 मई को कोलकाता में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी से मुलाकात करेंगे और राज्यसभा में केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश के खिलाफ समर्थन मांगेंगे. बुधवार 24 मई को मुंबई में उद्धव ठाकरे से और गुरुवार 25 मई को मुंबई में ही वह शरद पवार से मिलेंगे.
केजरीवाल ने कहा है कि वह हर गैर बीजेपी शासित राज्यों में और विपक्षी दलों द्वारा शासित राज्यों में जाएंगे और हर विपक्षी दल के प्रमुख से मिलकर इस अध्यादेश के खिलाफ समर्थन जुटाएंगे. इस कड़ी में केजरीवाल की मुलाकात उड़ीसा के मुख्यमंत्री और बीजू जनता दल के प्रमुख नवीन पटनायक से भी होगी, तो तेलंगाना जाकर वह भारत राष्ट्र समिति और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव से भी मिलेंगे.
सीएम केजरीवाल तमिलनाडु में स्टालिन से मुलाकात करेंगे, तो लेफ्ट पार्टी के महासचिव से भी केजरीवाल की मुलाकात होगी. राज्यसभा में संख्या बल को देखते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे से भी केजरीवाल मुलाकात करेंगे, हालांकि इस पर अभी औपचारिक मुहर आम आदमी पार्टी की ओर से नहीं लगाई गई है. सूत्रों का कहना है कि इस अध्यादेश को राज्यसभा में हराने के लिए उन्हें कांग्रेस के भी समर्थन की जरूरत होगी और इस सिलसिले में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक खुद कांग्रेस के अध्यक्ष मलिकार्जुन खडगे के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात करेंगे. नीतीश कुमार ने भी कहा है कि वह भी देशभर के विपक्षी दलों से एकजुटता को लेकर मुलाकात कर रहे हैं वहां इस मुद्दे पर भी चर्चा करें.