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मोटर व्हीकल एक्ट: प्रदूषण जांच केंद्रों पर लगी वाहनों की लंबी कतार

नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू होने के बाद लोग सख्ती से नियमों का पालन कर रहे हैं. इस बीच पॉल्यूशन सर्टिफिकेट बनवाने की होड़ मच गई है. वाहन का पॉल्यूशन सर्टिफिकेट न होने पर भी भारी जुर्माना लगाया गया है. ऐसे में दिल्ली के कई पेट्रोल पंप पर बने प्रदूषण जांच केंद्रों पर लंबी कतार लगी हुई है.

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पॉल्युशन सर्टिफिकेट बनवाने की होड़ मच गई है
पॉल्युशन सर्टिफिकेट बनवाने की होड़ मच गई है

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  • लोगों के बीच पॉल्यूशन सर्टिफिकेट बनवाने की होड़ मच गई है
  • जांच केंद्रों पर देरी की वजह सर्वर का धीमी गति से काम करना
  • पेट्रोल पंप पर बने प्रदूषण जांच केंद्रों पर लंबी कतार लगी हुई है

नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू होने के बाद लोग सख्ती से नियमों का पालन कर रहे हैं. इस बीच पॉल्यूशन सर्टिफिकेट बनवाने की होड़ मच गई है. वाहन का पॉल्यूशन सर्टिफिकेट न होने पर भी भारी जुर्माना लगाया गया है. ऐसे में दिल्ली के कई पेट्रोल पंप पर बने प्रदूषण जांच केंद्रों पर लंबी कतार लगी हुई है.

'आजतक' की टीम ने सिविल लाइंस के नजदीक एक पेट्रोल पंप पर प्रदूषण जांच केंद्र का जायजा लिया. प्रदूषण जांच केंद्र पर सर्टिफिकेट बनाने वाले शख्स ने बताया कि नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू होने से पहले रोजाना सिर्फ 100 सर्टिफिकेट बनते थे लेकिन अब रोजाना लगभग 1000 लोग सर्टिफिकेट बनवाने आ रहे हैं.

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एक बाइक चालक उमेर ने बताया कि वह घर से सुबह 12 बजे व्यक्तिगत काम से निकले थे. उनका पॉल्यूशन सर्टिफिकेट 2 दिन में खत्म होने वाला है और उनके घर के नजदीक ज्यादातर प्रदूषण जांच केंद्रों पर लंबी-लंबी कतार लगी हुई हैं. पिछले 40 मिनट से पेट्रोल पंप पर अपनी बारी का इंतजार कर रहे उमेर ने बताया कि पॉल्यूशन सर्टिफिकेट न होने पर चालान 10 गुना ज्यादा देना होगा, इसलिए वो कोई रिस्क नहीं लेना चाहते हैं.

दिल्ली जल बोर्ड में काम करने वाले एक शख्स भी अपनी बाइक का सर्टिफिकेट बनवाने के लिए प्रदूषण जांच केंद्र की लाइन में खड़े नजर आए. उन्होंने बताया कि वह अपने दफ्तर से कुछ देर की छुट्टी लेकर सिर्फ सर्टिफिकेट बनवाने के लिए आए हैं लेकिन लगभग 1 घंटे तक लाइन में लगे होने के बावजूद उनका नंबर नहीं आया.

एक ऑटो चालक ने बताया कि वह सुबह 9 बजे अपने घर से सिर्फ पॉल्यूशन सर्टिफिकेट बनवाने निकले थे. वह तिमारपुर से मजनू का टीला पेट्रोल पंप पर धक्का खाने के बाद सिविल लाइंस पहुंचे लेकिन अबतक सर्टिफिकेट बन नहीं पाया है.

दरअसल, प्रदूषण जांच केंद्र में देरी की एक वजह सर्वर का धीमी गति से काम करना भी है. नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू होने के बाद अचानक वाहन चालकों की भीड़ पेट्रोल पंप पर बने प्रदूषण जांच केंद्र में बढ़ गई. ट्रैफिक पुलिस के कई गुना चालान से बचने के लिए भी लोग घंटों लाइन में लगकर प्रदूषण सर्टिफिकेट बनवा रहे हैं.

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