अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान चिकित्सा संस्थान (एम्स) के छात्र संघ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर डॉ. संजीव चतुर्वेदी को संस्थान का मुख्य सतर्कता अधिकारी फिर से बनाये जाने की मांग की है.
छात्र संघ ने पत्र में कहा, 'संजीव चतुर्वेदी एक ऐसे अधिकारी हैं, जिनकी ईमानदारी पर संदेह नहीं किया जा सकता. उन्होंने एम्स में अपने दो साल के कार्यकाल में भ्रष्टाचार के जिन मामलों को उजागर किया उसके कारण वे खासे विख्यात हैं. उन्होंने भ्रष्टाचार पर निगाह रखने वाले अधिकारी के रूप में अपने दायित्वों को सही ढंग से अंजाम दिया है.'
पत्र में कहा गया, 'अधिकारी को एम्स के सीवीओ पद से हटाये जाने की कार्रवाई से उन सभी मामलों पर असर पड़ेगा जिनके लिए वह लड़ाई लड़ रहे थे. उनको हटाये जाने से सभी चूक करने वाले सभी लोगों के छूटने की संभावना प्रबल हो गई है.' छात्र संघ द्वारा जारी एक बयान के अनुसार एम्स में पंजीकृत 4543 छात्रों में से 342 ने इस पत्र पर हस्ताक्षर किये हैं.