विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर दिल्ली सरकार द्वारा त्यागराज स्टेडियम में 'पर्यावरण सम्मेलन' का आयोजन किया गया. इस दौरान भविष्य का ज़िक्र करते हुए एक वीडियो दिखाया गया जिसमें भविष्य में हवा में खतरनाक प्रदूषण की वजह से ऑक्सीजन मास्क पहनने का ज़िक्र किया गया है.
वीडियो में परिवार ब्रेकफ़ास्ट करने के लिए बैठा हुआ है. बेटा और बेटी स्कूल ड्रेस में स्कूल जाने के लिए तैयार बैठे हुए हैं. घर से बाहर खेलने गए बेटे को मां ऑक्सीजन किट इस्तेमाल करने के लिए डांट रही है क्योंकि स्कूल जाने के लिए इस्तेमाल होने वाली ऑक्सीजन किट बेटा खेलने के दौरान खर्च कर चुका है. मां हाईटेक स्क्रीन का इस्तेमाल करते हुए ऑक्सीजन किट ऑर्डर करती है जो ड्रोन से डिलीवर होती है. इसके बाद वीडियो में बेटी बताती है कि इंडिया फुटबाल वर्ल्ड कप खेल रहा है. इंटरनेट स्पीड 4G से 10G तक पहुंच गई है लेकिन बाहर की हवा इतनी प्रदूषित है कि ऑक्सीजन किट पहने बिना खुली हवा में जाना संभव नहीं.
इस साल हर सेकंड में एक शख्स की जान जा रही
वीडियो के अंत में आंकड़े दिखाते हुए बताया गया है कि भारत में साल 2023 में वायु प्रदूषण की वजह से हर 23 सेकंड में एक जान जा रही है. जबकि साल 2050 तक वायु प्रदूषण की वजह से हर साल 1.5 मिलियन से ज़्यादा लोग जान गवाएंगे.
इस दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जब विकास की बात करते हैं तो पेड़ काटे जाने, धूल मिट्टी उड़ने का ज़िक्र होता ही है. पूरे देश और दुनिया में प्रदूषण बढ़ा है, लेकिन दिल्ली में प्रदूषण कम हुआ है. दिल्ली में डेवलपमेंट की गति कम नहीं होने दी और प्रदूषण भी बढ़ने नहीं दिया. 2016 के मुक़ाबले 2022 में PM 10 और PM 2.5 में 30% कमी आई है. 2016 में प्रदूषण के खराब दिन 26 थे जबकि 2022 में खराब हवा वाले दिनों की संख्या घटकर 6 हुई है. 2016 में 109 दिन बहुत अच्छे थे, साफ आसमान और हवा थी, जबकि 2022 में साफ हवा वाले दिनों की संख्या बढ़कर 163 हो गई है.
दिल्ली इकलौता शहर, जहां पेड़ों की संख्या बढ़ी: अरविंद केजरीवाल
सीएम केजरीवाल ने कहा कि पराली प्रदूषण खत्म करने के लिए पूसा इंस्टीट्यूट के साथ मिलकर घोल बनाया जिससे दिल्ली के खेत में छिड़काव किया गया. पंजाब से दिल्ली आने वाला धुआं 30% कम हुआ है. पूरा ख़त्म करने में समय लगेगा. सबसे ज़्यादा पेड़ और हरियाली दिल्ली में हैं. देश के सभी शहरों में पेड़ कम हो रहे हैं, जबकि दिल्ली अकेला शहर है जहां पेड़ बढ़ रहे हैं.
बीते 10 साल में ट्री कवर बढ़कर 30 फीसदी हुआ: CM
अरविंद केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली में 2013 में ट्री कवर 20% था, जबकि 2023 में ट्री कवर बढ़कर 30% तक पहुंच गया है. इस साल दिल्ली में 52 लाख पेड़ लगाए जाएंगे. दिल्ली में ट्री ट्रांसप्लांटेशन पॉलिसी लागू की गई है. इस वजह से दिल्ली में 400 साल पुराने पेड़ ज़िंदा हैं. दिल्ली में इंडस्ट्री प्रदूषण ख़त्म करने के लिए PNG का इस्तेमाल कर रहे हैं. कानपुर IIT के साथ मिलकर दिल्ली में रियल टाइम प्रदूषण की वजह पर रिसर्च कर रहे हैं. गर्मियों में धूल, कूड़े के पहाड़ में आग लगने, झाड़ियों में आग लगने से प्रदूषण बढ़ता है. इनका वजहों का पता लगाकर प्रदूषण को कम कर रहे हैं. दिल्ली के हॉट स्पॉट जहां सबसे ज़्यादा प्रदूषण होता है, वहां प्रदूषण ख़त्म करने पर काम कर रहे हैं.
दिल्ली में पानी का लेवल बढ़ा: केजरीवाल
उन्होंने कहा कि दिल्ली में शुरुआत में पटाखों को लेकर विरोध हुआ था लेकिन अब पटाखे न जलाने को लेकर पूरी दिल्ली साथ देती है. दिल्ली में झील को बेहतर किया जा रहा है इससे पानी का लेवल बढ़ रहा है. दिल्ली में पानी की समस्या नहीं होगी. दिल्ली में पडोसी राज्यों से आने वाले प्रदूषण को ख़त्म करने के लिए भी सरकार काम कर रही है.