
Delhi AQI Updates: देश की राजधानी में बढ़ते प्रदूषण से हालात गंभीर हो गए हैं. दिल्ली के कई इलाकों में आज (मंगलवार), 1 नवंबर को वायु गुणवत्ता सूचकांक एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) 400 के पार है तो वहीं, नरेला में खतरनाक स्थिति है. जहां, AQI 571 दर्ज किया गया है. इस बीच दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण से अभी राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. दरअसल, धान की फसलों की कटाई नवंबर में अधिक होती है, ऐसे में पराली जलाने के मामले बढ़ सकते हैं, जिससे दिल्ली की हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ने की उम्मीद है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक, आज यानी 1 नवंबर की सुबह करीब 8.30 बजे राजधानी के अधिकतर इलाकों का वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 के पार दर्ज किया गया, जो गंभीर श्रेणी में आता है. बता दें कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 से 100 के बीच को 'संतोषजनक', 101 से 200 को 'मध्यम', 201 से 300 को 'खराब', 301 से 400 को 'बहुत खराब' और 401 से 500 के बीच एक्यूआई को 'गंभीर' माना जाता है. जबकि इसके ऊपर खतरनाक स्थिति होती है, जिसमें सांस लेना मुश्किल है.
Air quality continues to dip in Delhi-NCR.
— ANI (@ANI) November 1, 2022
Air Quality Index (AQI) presently at 444 in Noida (UP) in 'Severe' category, 594 in Dhirpur (Delhi) in 'Severe' category & 391 in Gurugram (Haryana) in 'Very Poor' category.
Delhi's overall AQI this morning at 385 (Very Poor category). pic.twitter.com/Ywr8A84eNI
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के चलते ग्रेडेड रेस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) का तीसरा चरण लागू होने के बाद भी प्रदूषण कंट्रोल होने का नाम नहीं ले रहा है. वहीं, आने वाले अगले कुछ दिनों में प्रदूषण और बढ़ने की संभावना है. दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) खराब है. जिन 52 स्टेशनों का डेटा उपलब्ध है, उनमें से 33 जगहों की एयर क्वालिटी गंभीर श्रेणी में जबकि 18 इलाकों की बहुत खराब श्रेणी में हैं. इसके अलावा शेष 1 जगह खराब कैटेगरी में है.
पूर्वानुमान के मुताबिक, दिल्ली में अगले दो दिन में औसतन वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स बहुत खराब और कुछ जगहों पर गंभीर श्रेणी में रह सकती है.
Delhi's air quality continues to remain in the 'very poor' category, with AQI recorded at 385 this morning. pic.twitter.com/toBHYaAESf
— ANI (@ANI) November 1, 2022
सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फॉरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार, हवाएं उत्तर पश्चिमी हो गई हैं. जिसकी वजह से पराली का धुआं राजधानी दिल्ली पहुंच रहा है. हालांकि, बीते साल की तुलना में पंजाब में पराली जलाने के मामलों में थोड़ी कमी आई है, इसके बाद भी पराली के प्रदूषण ने राजधानी को 26 प्रतिशत तक प्रभावित किया है. बीते दो दिन से सुबह के समय दिल्ली में धुंध और स्मॉग की चादर दिखाई दे रही है. वहीं, फिलहाल इससे राहत मिलने की संभावना भी नहीं है.