दिल्ली मेट्रो तो दिल्लीवालों की पसंदीदा है और सफर के लिए पहली पसंद भी है. लेकिन मुसाफिरों का ये प्यार मेट्रो की एयरपोर्ट लाइन को अब तक नहीं मिल पा रहा था, जबकि दिल्ली मेट्रो की ये लाइन न सिर्फ हाई टेक है, बल्कि सुविधाओं के मामले में भी कही बेहतर है.
एयरपोर्ट में यात्रियों की उमड़ी भीड़
लेकिन शनिवार को दिल्ली मेट्रो के अधिकारियों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा, जब शुक्रवार के मुसाफिरों की संख्या के आंकड़े उनके सामने आए. शुक्रवार को एयरपोर्ट मेट्रो लाइन पर सफर करने वाले मुसाफिरों की संख्या 50077 रिकॉर्ड की गई. मेट्रो के एक प्रवक्ता के मुताबिक ये संख्या इसलिए खास है क्योंकि इसी के साथ हमें इस लाइन पर 50 हजार का आंकड़ा पार कर लिया है, जो मनोवैज्ञानिक तौर पर अहम है, क्योंकि जब दिल्ली मेट्रो ने इस लाइन को टेक ओवर किया था तब 7-8 हजार लोग मुश्किल सफर करते थे.
हाल ही में किराए में 50 फीसदी तक की गई थी कटौती
दिल्ली मेट्रो की यह लाइन खासतौर पर एयरपोर्ट जाने वाले मुसाफिरों को ध्यान में रखकर बनाई गई थी. ये हाई स्पीड मेट्रो थी और ये पहली लाइन थी जिसे पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के आधार पर चलाया गया था. रिलायंस इंफ्रा को ऑपरेशन की जिम्मेदारी मिली थी, लेकिन चीजें इतनी बिगड़ीं कि रिलायंस से दिल्ली मेट्रो ने इस लाइन को टेक ओवर करना पड़ा. दिल्ली मेट्रो के पास आने के बाद इस लाइन पर न सिर्फ फ्रीक्वेंसी बढ़ाई गई, बल्कि किराये में भी करीब 50 फीसदी की कमी की गई. अब जाकर कही दिल्ली मेट्रो की मेहनत रंग लाई और मुसाफिर इसका भी इस्तेमाल करने लगे हैं.