राजधानी दिल्ली में मनाही के बावजूद भी लोग पटाखे जलाते नजर आए. शनिवार को दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण गंभीर स्तर पर पहुंच गया. पराली और पटाखों के चलते दिल्ली में आबोहवा और ज्यादा खराब हो गई. यह हाल तब है जब दिल्ली में एनजीटी ने 30 नवंबर तक दिल्ली में पटाखों की खरीदारी और जलाने पर बैन लगा रखा है.
आंकड़ों के मुताबिक नोएडा में एयर क्वालिटी इंडेक्स 500 के पार चला गया. वहीं राजधानी दिल्ली से सटे गुरुग्राम में हवा का स्तर बेहद खराब स्तर पर पहुंच गया. दिल्ली की हवा की गुणवत्ता और ज्यादा खराब हुई और यहां भी एक्यू आई बहुत खराब स्तर पर चला गया.
#WATCH Delhi: People burst firecrackers in South Extension area in South Delhi on #Diwali.
— ANI (@ANI) November 14, 2020
National Green Tribunal (NGT) has imposed a total ban on the sale or use of all kinds of firecrackers in Delhi-NCR till 30th November. pic.twitter.com/qBw8ADRpe4
इससे पहले विशेषज्ञों एवं सरकारी एजेंसियों ने दिवाली की रात को लेकर गंभीर अनुमान जताया था. दिल्ली में शनिवार सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 424 पाया गया, यानी 'खतरनाक' श्रेणी में पाया गया. यह हालात दिल्ली के आनंद विहार इलाके का था.
इससे पहले शुक्रवार को औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 324 रहा था. गुरुवार, बुधवार और मंगलवार को यह क्रमश: 314, 344 और 476 था.