महाराष्ट्र में इन दिनों राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) संकट के दौर से गुजर रही है. NIA एंटीलिया और सचिन वाजे मामले की जांच कर रही है. मुंबई के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर गंभीर आरोप लगाए हैं. इसी बीच खबर ये आई है कि एनसीपी के दो दिग्गज नेताओं शरद पवार और प्रफुल्ल पटेल और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बीच मुलाकात हुई है.
ऐसे में महाराष्ट्र की राजनीति में चल रहे घमासान के बीच इस मुलाकात ने यहां की राजनीति में एक नई सुगबुगाहट दे दी है. हालांकि इस पर और कोई भी जानकारी सामने नहीं आ रही है.
रविवार को हुई एक मीडिया बातचीत के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से इस मुलाकात के बारे में भी सवाल किया गया. उन्होंने मुस्कुराते हुए जवाब दिया कि 'सब कुछ सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है.'
ऐसे में जब उन्होंने इस मुलाकात की खबर से इनकार नहीं किया है तब सूत्रों की इस खबर को और बल मिला है. खबरों की मानें तो अहमदाबाद में हुई इस मुलाकात के राजनीतिक रूप से कई मायने निकाले जा रहे हैं. हालांकि एनसीपी के प्रवक्ता नवाब मलिक ने इस खबर को खारिज किया है.
ऐसे में संभव है कि आने वाले दिनों में महाराष्ट्र की राजनीति कोई नया मोड़ ले. दिलचस्प बात यह भी है कि सचिन वाजे केस में महाराष्ट्र एटीएस की जांच गुजरात तक पहुंची थी. इसमें महाराष्ट्र एटीएस ने पाटण से किशोर ठक्कर नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया है जबकि दमन के एक व्यापारी की वॉल्वो कार बरामद की थी. इस वाहन का इस्तेमाल सचिन वाजे किया करता था.
एनआईए को दक्षिण मुंबई के पांच सितारा होटल का सीसीटवी फुटेज भी मिला है जिसमें 16 फरवरी को सचिन वाजे ने डुप्लीकेट आधार कार्ड के जरिये होटल में एंट्री ली थी. उनके साथ 5 काले रंग की बैग थी, और एक गुजराती महिला थी जिसके हाथों में नोट गिनने की मशीन सीसीटीवी में देखी गई. जांच एजेंसी को शक है कि उन पांच काले रंग के बैगों में नोट भरे थे जिसे लेकर जांच चल रही है. इसकी जांच एनसीपी के अनिल देशमुख तक पहुंच सकती है.
इस बीच शनिवार को शिवसेना के मुखपत्र सामना में भी अनिल देशमुख को निशाना बनाया गया. सामना में लिखा गया है कि अनिल देशमुख दुर्घटनावश गृहमंत्री बने और सचिन वाजे पुलिस मुख्यालय में बैठकर वसूली करता रहा और गृहमंत्री को खबर नहीं लगी. सामना में आए इस लेख के बाद एनसीपी नेता और महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार में डिप्टी सीएम अजित पवार ने शिवसेना सांसद संजय राउत को ऐसे बयानों से बचने की नसीहत दी और कहा कि ये गठबंधन के लिए अच्छा नहीं है.