केजरीवाल के घर के बाहर हजारों आंगनबाड़ी महिलाओं और हेल्पर्स का अपनी मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन. इन आंगनबाड़ी महिलाओं की मानें तो इन्हें 9 से 2 की ड्यूटी के लिए कर्मचारियों को 5 हजार और हेल्पर्स को 2500 रुपये का वेतनमान दिया जाता है. जिसमें गुजारा चलाना बेहद मुश्किल है. अब ऐसे में ये महिलाएं दिल्ली सरकार से आंगनबाड़ी कर्मचारियों और हेल्पर्स के लिए न्यूनतम वेतनमान कि मांग कर रही हैं. जिसके लिए ये कर्मचारी पूरे आठ घंटे की ड्यूटी करने को भी तैयार हैं.
आपको बता दें कि इन आंगनबाड़ी कर्मचारियों ने केजरीवाल पर अपने वादे से मुकरने का भी आरोप लगाया. इनके मुताबिक 2015 में केजरीवाल ने इनकी मांगों की विज्ञप्ति पर हस्ताक्षर करते हुए इन्हें पक्की नौकरी का भी आश्वासन दिया था. लिहाजा इस धरने प्रदर्शन का उद्देश्य आंगनबाड़ी कर्मचारियों को पक्का करने की भी मांग है.
इसके अलावा इन कर्मचारियों और हेल्पर्स को पिछले 4 महीने से इनकी तनख्वाह भी नहीं मिली. अपनी इन्हीं सब मांगों को लेकर दिल्ली के करीब 22 हजार आंगनबाड़ियों को बंद कर हजारों कर्मचारी और हेल्पर्स मुख्यमंत्री आवास के बाहर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए हैं.