एनआरआई अनमोल सरना की मौत के मामले में चश्मदीद के मुताबिक पीसीआर वैन में बैठने से पहले तक अनमोल के सिर पर कोई चोट के निशान नहीं थे. जबकि पुलिस दावा कर रही है कि उसे गार्ड ने डंडे से मारा था, जिससे उसके सिर में चोट आई थी और काफी खून बह गया था.
अनमोल हत्या मामले में तहलका के एडिटर-एट-लार्ज अजीत साही चश्मदीद हैं, जो कालकाजी के उसी अपार्टमेंट में रहते हैं जहां अनमोल की मौत हुई. उन्होंने ही रात करीब 11 बजकर 15 मिनट पर हंगामे की आवाज सुनकर गार्ड को बुलाया था. हेडलाइंस टुडे के साथ बातचीत में साही ने कहा, 'मुझे रात को किसी के जोर-जोर से चिल्लाने की आवाज सुनाई दी, मुझे लगा कि किसी के घर में झगड़ा हो रहा होगा. हालांकि कुछ समय बाद आवाज हल्की हो गई, लेकिन बराबर किसी के 'चिक्की' और 'माधव' बोलने की आवाज आ रही थी. लगातार गाली-गलौज की आवाज आई तो मैंने मेन गेट के गार्ड को फोन किया. उस गार्ड ने कहा कि वह गेट पर अकेला है इसलिए किसी और गेट से गार्ड को बुलाया जाए.'
'उसके बाद मैंने नरेंद्र मिश्रा और सुरेंद्र भाटी को बुलाया, जिन्हें हाल ही में सोसायटी में गार्ड तैनात किया गया है. मैं खुद भी उस ओर गया, जहां से आवाज आ रही थी. मुझे लगा कि आवाज सीढ़ियों की ओर से आ रही है और मैं पहले माले पर चढ़ गया. वहां मैंने एक लड़के को देखा जो कि पसीने से तरबतर था, लेकिन उसके सिर पर चोट के निशान नहीं थे और न ही उसके सिर से खून बह रहा था. मैं उसके सामने था और उसने मुझे देखकर मुझ पर हमला करने की कोशिश की और मैं बचने के लिए जल्दी से दूर हटा.'
साही ने बताया, 'उसके बाद वह सीढ़ियों से चिल्लाते हुए नीचे उतर गया. गार्ड मिश्रा ने उसे पकड़ने की कोशिश की तो उसने गार्ड को मारने की कोशिश की. गार्ड ने उसे रोकने के लिए उसे पीछे से पकड़ा. लेकिन इस दौरान लड़के के सिर पर कोई चोट नहीं आई.'
गार्ड मिश्रा ने कहा, 'मैं पूरा मामला जानने के लिए ऊपर फ्लैट नंबर 95 में गया, जहां पार्टी चल रही थी. वहां प्रनेल शाह के पिता ने दरवाजा खोला और बताया कि वह लड़का उनके बेटे का दोस्त है. प्रनेल के पिता ने यह भी कहा कि उन्हें नहीं पता कि क्या हुआ. उन्होंने कहा कि लड़कों ने कमरे की लाइट बंद कर दी है.'
इस दौरान अनमोल दौड़ रहा था और लगातार चिल्ला रहा था. उसके बाद दूसरे लोग भी शोर सुनकर बाहर आ गए और पीसीआर वैन को फोन किया. पीसीआर की गाड़ी सोसायटी में करीब 12 बजकर 20 मिनट में पहुंची. साही ने कहा, 'मैंने देखा कि अनमोल पीसीआर वैन में खुद चलकर बैठा. तब तक उसे सिर पर कोई चोट नहीं लगी थी और सिर से ना ही खून बह रहा था. अब इसकी जानकारी नहीं है कि पीसीआर वैन में उसके साथ क्या हुआ.'
गौरतलब है कि 13 सितंबर को पुलिस के मुताबिक इस पार्टी में पांचों दोस्तों ने ड्रग्स ली थी. उन्हें ड्रग्स की सप्लाई नोएडा के एक तस्कर ने की थी. अनमोल की मौत के पहले क्या कुछ हुआ इसका खुलासा सीसीटीवी फुटेज से हुआ है.
क्या है पुलिस का पक्ष
पुलिस का कहना है कि ड्रग्स लेने के बाद अनमोल ने हंगामा शुरू कर दिया और घर से बाहर सोसाइटी में यहां वहां भागने लगा. इस दौरान एक गार्ड ने उसके सिर पर लोहे की रॉड से वार कर दिया. स्थानीय लोगों के मुताबिक, वो लोग इस हंगामे की वजह से उसके पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाए. अंत में पुलिस को सूचना दी गई, लेकिन तब तक काफी खून बह चुका था, जिससे अनमोल की मौत हो गई.
हत्या के मामले में छह की गिरफ्तारी
इस मामले ने पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें चार अनमोल के दोस्त हैं और दो गार्ड शामिल हैं. सुरेंद्र बाली और नरेश नाम के दोनों सिक्योरिटी गार्ड पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया है, जबकि अनमोल के दोस्तों पर नशीला पदार्थ लेने के लिए नारकोटिक्स एक्ट में केस दर्ज किया गया है.
डीसीपी साउथईस्ट के पी करुणाकरण के मुताबिक, सीसीटीवी फुटेज, चश्मदीदों के बयान और डंडा गार्ड के खिलाफ सबूत हैं. इसके साथ ही जिन डॉक्टरों ने अनमोल का पोस्टमॉर्टम किया है, उनकी भी राय ली गई है. पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट से भी अनमोल के शरीर में चोट के निशानों की पुष्टि हुई है. उसके चारों दोस्तों, शिवांक, माधव, रिधम और प्रनेल ने भी ड्रग्स लेने की बात को स्वीकार किया है. इसके साथ ही इन चारों के खून और पेशाब के जांच से भी साफ हो गया है कि उस रात इन सभी ने ड्रग्स ली थी, लेकिन अपार्टमेंट में ड्रग्स बरामद नहीं हुआ था. गार्ड के ऊपर आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज हुआ है, लेकिन यह धारा जांच के दौरान बदली भी जा सकती है क्योंकि गार्ड का हत्या का कोई इरादा नहीं था.
अनमोल की मौत के बाद कई सवाल हैं, जैसे-
- अनमोल फ्लैट से बिना शर्ट के ही बाहर क्यों आया?
- आखिर अनमोल को चोट कैसे लगी?
- क्या अनमोल किसी हादसे का शिकार हुआ?
- या फिर उसे किसी ने जानबूझकर मारा?
- क्या पार्टी में ड्रग्स का इस्तेमाल हुआ?
- आखिर लड़कों को ड्रग्स किसने मुहैया करवायी?
- आखिर अनमोल के दोस्तों ने पीसीआर कॉल में देरी क्यों की?